


खुद को डीएसपी बताकर शिक्षा विभाग के कर्मचारी की बेटी को एसईसीएल में नौकरी लगाने के नाम पर ठग ने 20 लाख रुपए ठग लिए।युवक ने अपनी पहुंच कोल इंडिया में बतायी और फर्जी नियुक्ति पत्र देकर पैसे वसूल लिए । आरोप के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।
गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के बेलपत स्थित स्कूल में पदस्थ शिक्षा विभाग के क्लर्क एम सिद्दीकी की बेटी सिविल इंजीनियर है। उनकी बेटी को एसईसीएल में नौकरी लगवाने के नाम पर अफसर खान उर्फ राजा ने मोबाइल पर संपर्क किया था, जिसने खुद को डीएसपी बताया था और कहा कि कोल इंडिया में उसकी जान पहचान है ।नौकरी लगाने के नाम पर उसने 20 लाख रुपए ले लिए। कई किस्तों में यह रकम दी गई। जब उस पर दबाव बना तो उसने एक फर्जी जॉइनिंग लेटर भी दे दिया। इतना ही नहीं क्लर्क का बेटा वेटरनरी कॉलेज डुंगरपुर राजस्थान में पढ़ाई कर रहा है। उसका ट्रांसफर दुर्ग के अंजोरा स्थित वेटरनरी कॉलेज में कराने के नाम पर भी उसने रुपए मांगे।
जब एसईसीएल मुख्यालय में संपर्क किया गया तो फर्जी वाड़े की जानकारी हुई, जिसके बाद पीड़ित परिवार ने इसकी शिकायत सिविल लाइन थाने में की। ठगी के आरोप में फर्जी डीएसपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। शातिर अफसर खान ने ठगी की रकम अपने नहीं बल्कि अपनी बहन फेहमीदा खान की बैंक अकाउंट में जमा करता रहा। मनी म्युल बनने के आरोप में पुलिस ने फहमीदा खान के बैंक अकाउंट को फ्रीज कर दिया है।
जानकारी मिल रही है कि अफसर खान ने और भी कई लोगों को अपना शिकार बनाया है। उसका पूरा परिवार ही इस गोरख धंधे से जुड़ा हुआ है। पूर्व में उसके अब्बा ने भी खुद को रेंजर बता कर ठगी की थी। आरोपी कोई स्थाई काम नहीं करता। अब तक वह खुद को डीएसपी बताता था इसलिए लोग उससे डर कर शिकायत नहीं करते थे लेकिन मामले के उजागर होने के बाद उम्मीद की जा रही है कि और भी पीड़ित सामने आएंगे।