


बिलासपुर। थाना सिविल लाइन पुलिस और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री रजनीश सिंह के नेतृत्व में चेतना विरुद्ध नशा अभियान के तहत बिलासपुर पुलिस ने एक बार फिर नशे के अवैध कारोबार पर कड़ा प्रहार किया है। इस बार नशे के संगठित व्यापार में लिप्त आरोपी श्याम श्रीवास और उसकी पत्नी सरोज श्रीवास की ₹1.51 करोड़ से अधिक की संपत्ति फ्रीज़ कर दी गई है।
पुलिस जांच में यह सामने आया है कि आरोपी दंपति लंबे समय से मादक पदार्थों की तस्करी कर रहे थे और इस गैरकानूनी कारोबार से अवैध रूप से मोटी कमाई कर विभिन्न प्रकार की संपत्तियाँ अर्जित की थीं।

फ्रीज़ की गई संपत्तियाँ:
जब्त की गई संपत्तियों में ग्राम पांड स्थित 20 डिसमिल कृषि भूमि और उस पर बना पक्का ढाबा भवन, दो आइसक्रीम व कोल्ड ड्रिंक फ्रीज़र, Sansui LED टीवी, तीन कूलर, 6 सीटों वाला सोफा सेट, वाटर प्यूरिफायर और एक चिड़ीमार बंदूक शामिल हैं। इन सभी संपत्तियों को NDPS अधिनियम की धारा 68-F के तहत फ्रीज़ कर SAFEMA विशेष न्यायालय को पुष्टि हेतु भेजा गया है।
आपराधिक पृष्ठभूमि:
श्याम श्रीवास पर NDPS व आर्म्स एक्ट के तहत कई गंभीर मामले दर्ज हैं। वहीं उसकी पत्नी सरोज श्रीवास पर भी NDPS के तहत प्रकरण पंजीबद्ध हैं। दोनों पूर्व में जेल की सजा भी भुगत चुके हैं।
अब तक 5.5 करोड़ की संपत्तियाँ जब्त:
बिलासपुर पुलिस द्वारा अब तक कुल 15 आरोपियों की लगभग ₹5.5 करोड़ मूल्य की संपत्तियाँ SAFEMA कोर्ट को भेजी जा चुकी हैं। इनमें से 13 मामलों में SAFEMA न्यायालय ने संपत्ति जब्ती को वैध ठहराया है, जबकि एक मामला विचाराधीन है। जब्त की गई संपत्तियों में प्लॉट, वाहन, बैंक खाते, फिक्स्ड डिपॉजिट और बीमा पॉलिसियाँ शामिल हैं।
बिलासपुर पुलिस की इस निर्णायक कार्रवाई ने यह स्पष्ट कर दिया है कि नशे की कमाई से अर्जित कोई भी संपत्ति अब कानून की पकड़ से बाहर नहीं रहेगी। चाहे वह घरेलू वस्तुएँ हों या ज़मीन-जायदाद, सभी अवैध संपत्तियों पर सख्ती से कार्रवाई जारी रहेगी।