
यूनुस मेमन


बिलासपुर (छत्तीसगढ़):
कोटा थाना क्षेत्र के अंतर्गत बेलगहना चौकी के ग्राम लठौरी में बैगा जनजाति की एक 18 वर्षीय छात्रा अमिषा बैगा की लाश उसके घर की बाड़ी में एक पेड़ से लटकती हुई मिली। प्रारंभिक जांच में पुलिस इसे आत्महत्या का मामला मान रही है, हालांकि स्पष्ट कारणों की जांच की जा रही है।
अमिषा ने इसी वर्ष 10वीं बोर्ड परीक्षा में 52% अंक के साथ द्वितीय श्रेणी में सफलता प्राप्त की थी। उसकी मां गुलाबवती ने बताया कि वह परीक्षा परिणाम से बेहद खुश थी और हाल ही में आंगनबाड़ी सहायिका के पद के लिए आवेदन भी किया था। चूंकि वह बैगा जनजाति से थी और योग्यता भी पूरी कर चुकी थी, इसलिए उसका चयन लगभग तय माना जा रहा था।
घटना के समय अमिषा अपने छोटे भाई और दादी के साथ घर पर थी। उसकी मां एक रिश्तेदार की शादी में गई हुई थी। रात को जब वह लौटी तो अमिषा घर पर नहीं थी। उसे लगा कि वह किसी सहेली के घर गई होगी, लेकिन सुबह जब वह बाड़ी में गई तो अमिषा का शव पेड़ से लटका मिला।
अमिषा का मोबाइल घर में बंद हालत में मिला, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। पुलिस का मानना है कि मोबाइल की जांच से मामले में कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिल सकते हैं।
गौरतलब है कि बैगा जनजाति को विशेष पिछड़ी जनजाति समूह में शामिल किया गया है और इन्हें राष्ट्रपति द्वारा दत्तक पुत्र के रूप में मान्यता प्राप्त है। अमिषा के पिता कुछ वर्ष पूर्व पेड़ से गिरने की दुर्घटना के बाद धार्मिक यात्राओं पर रहते हैं, जबकि मां घर चलाने और खेती-बाड़ी संभालने का कार्य करती हैं।
फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और हर पहलू को ध्यान में रखकर आगे की कार्रवाई की जा रही है।