भगवा आतंकवाद वाले बयान के लिए सर्व हिंदू समाज ने फूंका अटल श्रीवास्तव का पुतला, जूदेव ने भी तोड़ी चुप्पी, की एफआईआर दर्ज करने की मांग

आकाश मिश्रा

भगवा आतंकवाद वाला बयान देकर कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव बुरे फंस गए हैं । एक वर्ग को खुश करने के प्रयास में उन्होंने पूरे हिंदू समाज को नाराज कर दिया है। अपनी पार्टी लाइन पर चलते हुए उनकी जुबान फिसल गई और उन्होंने भगवा को आतंकवाद से जोड़ दिया, जिसे लेकर उन्हें लगातार विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ रहा है। इसी मुद्दे पर लगातार विरोध झेल रहे अटल श्रीवास्तव का सोमवार को सर्व हिंदू समाज ने नेहरू चौक पर पुतला फूंका। इस दौरान उनका विरोध कर रहे लोग हाथों में मैं भी भगवा आतंकी की तख्ती लेकर मौजूद रहे। इन प्ले कार्ड में उन्हें धर्मांतरण का समर्थक बताया गया। अटल श्रीवास्तव के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए भगवा सैनिकों ने उनका पुतला दहन किया।

ग्राम पुडु बंगला भाटा में निर्मित चर्च के उद्घाटन के मुख्य अतिथि बनने का अवसर क्या छूटा, कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव के बोल ही बिगड़ गए। उन्होंने कलेक्टर और एसपी को ज्ञापन सौंपते हुए न केवल दंगा भड़काने की धमकी दी बल्कि भगवा आतंकवाद कहकर नए विवाद को जन्म दे दिया। इसके बाद से लगातार उनका विरोध किया जा रहा है। इसी मुद्दे पर सर्व हिंदू समाज ने सोमवार को नेहरू चौक पर विधायक अटल श्रीवास्तव का पुतला दहन कर उनकी गिरफ्तारी की मांग की।

सरकारी वन भूमि पर चर्च निर्माण का विरोध करने वालों को भगवा आतंकवादी कहने के मामले में कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही। छाया विधायक प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने अटल श्रीवास्तव को झूठा बताते हुए कहा कि प्रार्थना सभा के नाम पर जिस चर्च का निर्माण किया गया है उसके लिए रकम स्वयं अटल श्रीवास्तव ने विधायक निधि से दिया है और वे पुलिस एवं प्रशासन को गुमराह कर रहे हैं कि ग्रामीणों ने स्वयं चंदा कर इसका निर्माण किया है।

इधर संत समाज भी विधायक अटल श्रीवास्तव से नाराज है। जिन्होंने अमरकंटक में बैठक कर बड़े आंदोलन की रूप दिखा तय करने की बात की है।

कोटा के बंगला भाटा में विधायक निधि से प्रार्थना भवन का निर्माण किया गया है । सरकारी जमीन पर चर्च बनाए जाने का प्रबल प्रताप सिंह जूदेव विरोध कर रहे हैं तो वही कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव दूसरे समुदाय के पक्ष में खड़े नजर आ रहे हैं ।इस मामले में कोटा एसडीएम युगल किशोर उर्वशा ने रतनपुर तहसीलदार आकाश गुप्ता को टीम बनाकर जांच के निर्देश दिए थे, जिसमें राजस्व से पटवारी, फॉरेस्ट और पंचायत के लोग शामिल थे। टीम ने रिपोर्ट एसडीएम को सौंप दी है। बताया जा रहा है कि 2023 में पट्टा वन अधिकार समिति की तरफ से दिया गया था। अब वन अधिकार समिति ही या पट्टा निरस्त करेगी।

डीएफओ का कहना है कि यह पट्टा कृषि कार्य के लिए दिया गया था जिसका कोई और उपयोग नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि ट्राइबल के नोडल अफेयर को पट्टा निरस्त करने के लिए पत्र लिखा गया है। भाजपा नेता प्रबल प्रताप सिंह जूदेव वन भूमि पर बनाए गए चर्च को हटाने की मांग कर रहे हैं जबकि अटल श्रीवास्तव चर्च बनाने वाले लोगों के साथ में है। वे तो प्रबल प्रताप सिंह जूदेव को बाहरी और भगवा आतंकवादी कहते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।

इधर इस मामले में अपनी चुप्पी तोड़ते हुए प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने कहा है कि प्रशासन के जांच के बाद यह पुष्टि की गई कि बंगलाभाटा, रतनपुर में निर्मित चर्च या प्रार्थना भवन अवैध है और वन विभाग की जमीन के पट्टे पर निर्मित है।
मैं सरकार से मांग करता हूं कि ऐसे धर्मांतरण के केंद्र को ध्वस्त करने का आदेश जारी कर सनातन समाज को आश्वस्त करे कि प्रलोभन आधारित धर्मांतरण अब छत्तीसगढ़ में नहीं चलेगा।
मैं इस घृणित कार्य में संलग्न आरोपियों के खिलाफ प्रशासन से एफ. आई. आर. दर्ज करने की मांग करता हूं।

इस पूरे घटनाक्रम में खास बात यह है कि अभी तक कांग्रेस ने अटल श्रीवास्तव के बयान का समर्थन या बचाव नहीं किया है। शायद पार्टी इस मामले से खुद को अलग-थलग रखना चाहती है।

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