किराए पर कार लेकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर उसे बेच दिए जाने के मामले में पुलिस ने दूसरे फरार ठग को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में पुलिस ने राजनांदगांव सिंधी कॉलोनी निवासी विक्की उर्फ विजय आहुजा को गिरफ्तार किया है । शांति मिश्रा के नाम पर स्विफ्ट डिजायर कार क्रमांक सीजी 10 बीएफ 4115 थी , जिसे सोन गंगा कॉलोनी सरकंडा निवासी पवन खत्री ने ₹26,000 प्रतिमाह की दर पर किराए पर लिया था, लेकिन इसी कार के फर्जी दस्तावेज बनाकर उसने 3 लाख रुपये में इस कार को आकाश मिश्रा को बेच दिया । गाड़ी चूंकि शांति मिश्रा के नाम पर थी तो ₹300000 की राशि शांति मिश्रा के खाते में ही डाल दी गई, लेकिन चालाकी करते हुए पवन खत्री ने बताया कि किराया के रूप में गलती से 26,000 रुपए की बजाय ₹3 लाख रुपए खाते में डाल दिया है, इसलिए उसने बड़ी चालाकी से 2,74,000 रु वापस भी हासिल कर लिए। इसकी जानकारी होने पर पवन खत्री के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया तो पता चला कि पवन खत्री ने अपने रिश्तेदार विक्की उर्फ विजय आहुजा के साथ मिलकर शांति मिश्रा का फर्जी फोटो और हस्ताक्षर कर कार को आकाश मिश्रा को बेचा था। इस मामले में पवन खत्री पहले ही गिरफ्तार हो चुका है। मामले का दूसरा आरोपी विक्की उर्फ विजय आहुजा फरार चल रहा था , जिसकी जानकारी होने पर पुलिस ने उसे चांगोराभाठा रायपुर से गिरफ्तार किया है।