बिलासपुर । आदर्श युवा मंच द्वारा आयोजित स्वर्गीय श्री श्रीचंद मनुजा जी की स्मृति में लाल बहादुर शास्त्री शाला के मैदान में पोला पर्व पर बैल दौड़ एवं सज्जा प्रतियोगिता का आयोजन कोटा विधायक श्री अटल श्रीवास्तव कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला पंचायत अध्यक्ष श्री अरुण सिंह चौहान विशिष्ट अतिथि सुशांत शुक्ला विधायक बेलतरा महापौर राम शरण यादव श्री प्रमोद नायक पूर्वअध्यक्ष जिला सहकारी बैंक श्री राजेंद्र शुक्ला पूर्वअध्यक्ष मंडी बोर्ड संजय दुबे चेयरमैन सी एम डी श्रीमती किरण सिंह क्षमा सिंह श्री विमल किशोर मरावी आदिवासी नेता राकेश शर्मा श्री सुरेंद्र कश्यप किसान सेवा समिति श्री अमर बजाज जी संजय यादव की उपस्थिति में संपन्न हुआ
कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों द्वारा बैलों की पूजा अर्चना कर गुड़ चना एवं मिष्ठान खिलाए गए तत्पश्चात अतिथियों का स्वागत मंच के अध्यक्ष महेश दुबे केशव बाजपेई तारेन्द्र उसराठे गुलहरे विष्णु हिरवानी कृष्ण मुरारी दुबे अमित दुबे नीरज सोनी ने किया सात सज्जा प्रतियोगिता में परदेसी मरकाम प्रथम नर्मदा साहू दृतीय अशोक साहू तृतीय एवं दौड़ में मंझिला साहू प्रथम नर्मदा साहू दृतीय एव तीसरे स्थान मे दिलीप की बैल जोड़ी रही कार्यक्रम को सफल बनाने में मंच के शैलेंद्र सराफ शैलेंद्र उरमालिया राजू अवस्थी राकेश सेलरका दादू वर्मा जी का सहयोग रहा कार्यक्रम में विशेष रूप से श्री रमेश दुआ राकेश शर्मा समीर अहमद बबला राकेश सिंह एस आर टाटा आशू शर्मा सहित बड़ी संख्या में किसान गण एवं दौड़ देखने दर्शक महिलाएं उपस्थित थी।
इस अवसर पर विधायक सुशांत शुक्ला ने कहा कि आदर्श युवा मंच लगातार सांस्कृतिक और परंपरा को बनाए रखा पोला पर्व पर बैल दौड़ का आयोजन बिलासपुर का अनूठा आयोजन है इसके लिए आदर्श युवा मंच को बधाई हमारी सरकार भी सांस्कृतिक और परंपरा को बनाए रखने के लिए काम करती रहेगी।
आयोजन को सभी अतिथियों ने संबोधित किया लोक पर्व पोला हमारी अपनी संस्कृति एवं सभ्यता पशुओं के प्रति भी प्रेम दर्शाती है आधुनिक करण का परिणाम किसानों का सच्चा साथी बैलों से बड़े रही है दूरिया लुप्त होती परंपराओं को पुनर्जीवित करने का सार्थक प्रयास पर कहीं ग्रहण ना लग जाए आने वाली नई पीढ़ियां अपने पूर्वजों द्वारा पशुओं के प्रति स्नेह प्रेम को अक्षुण्ण बनाए रखने हेतु इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है या महज प्रतियोगिता नहीं वरन वर्षों पुरानी परंपराओं का निर्वाह है! आदिकाल से बैल एवं मानव में मित्रता रही है, इस पर्व की यही महानता है।