श्री श्री सोलापुरी माता पूजा की तैयारी आरंभ, इस वर्ष 18 से 28 अप्रैल तक होगा आयोजन

बिलासपुर को मिनी इंडिया कहा जाता है क्योंकि यहां सभी प्रदेशों की संस्कृति की मिलीजुली झलक मिलती है। बिलासपुर में बड़ी संख्या में बसे दक्षिण भारतीय तेलुगू समाज के वर्ष भर में होने वाले ऐसे ही आयोजनों को को लेकर बिलासपुर में भी बड़ा उत्साह नजर आता है। इन्ही आयोजनों में से एक है श्री श्री सोलापुरी माता पूजा। बारह खोली चौक , स्टेशन रोड बंगला यार्ड बिलासपुर में विगत 23 वर्षों से यह आयोजन किया जा रहा है।

मान्यता है कि मां सोलापुरी के विविध स्वरूपों की स्थापना कर पूजा अर्चना करने से पूरे क्षेत्र में शीतलता आती है और ग्रीष्म ऋतु में होने वाले ज्वर , चेचक आदि से मुक्ति मिलती है , तो वही आसुरी शक्तियों का भी माता विनाश करती है। आयोजन समिति के अध्यक्ष पूर्व पार्षद एवं कोरबा विधानसभा प्रभारी वी रामा राव ने जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष पूर्व आयोजन स्थल दुर्गा मंदिर परिसर में रेलवे द्वारा निर्माण कार्य किए जाने के बाद स्थापना काल के बाद पहली बार यह आयोजन निर्धारित स्थान की बजाय पास ही में अन्य स्थल पर किया जा रहा है, जहां तैयारी आरंभ हो चुकी है।

आयोजन समिति द्वारा 18 अप्रैल गुरुवार को राटा पूजा शोभायात्रा निकालकर काष्ठ पूजा की जाएगी। वॉयरलैस कॉलोनी निवासी टी वेंकट राव एवं श्रीमती टी लक्ष्मी के निवास स्थान से प्रातः 8:30 बजे आतिशबाजी, गाजे बाजे और काली नृत्य के साथ शोभायात्रा निकलकर आयोजन स्थल पहुंचेगी, जहां काष्ठ पूजा कर पोतराजू की स्थापना होगी। मान्यता है कि माँ सोलापुरी की सात बहनों के एक मात्र भाई पोतराजू माता को बेहद प्रिय है , चूंकि पोतराजू घुमक्कड़ प्रवृत्ति के हैं इसलिए माताएं चाहती है कि उनकी पूजा अर्चना के दौरान पूरे समय पोतराजू उनकी ही नजरों के सामने रहे, इसीलिए पंडाल के सामने पोत राजू की स्थापना की जाएगी, जहां प्रतिदिन महिलाएं हल्दी नीम युक्त से उन्हें स्नान करावेगी। तो वहीं शुक्रवार 19 अप्रैल को लोको कॉलोनी स्थित श्री मरिमाई माता मंदिर से विशाल शोभायात्रा निकलेगी जिसमें बाल पुजारी अपने शीश पर माता की प्रतिभा धारण कर पूरे रेलवे क्षेत्र का भ्रमण करते हुए देर रात आयोजन स्थल पहुंचेंगे। इस दौरान पूरे क्षेत्र में सड़क पर झाड़ू लगाकर उसकी सफाई की जाएगी। जल का छिड़काव किया जाएगा। महिलाएं साड़ी एवं वस्त्र बिछाकर शोभायात्रा का स्वागत करेंगी तो वहीं सड़क पर लेट कर शोभा यात्रा को अपने ऊपर से गुजरने दिया जाएगा। मान्यता है कि ऐसा करने से मां का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस अवसर पर जगह-जगह नीम के तोरण द्वार बनाकर शोभायात्रा का स्वागत किया जाएगा तो वही शोभायात्रा में शामिल श्रद्धालुओं को फल प्रसाद शरबत आदि का वितरण होगा।

आयोजन समिति के सचिव एवं पार्षद एस सांई भास्कर ने बताया कि इस वर्ष नए स्थान पर आयोजन की तैयारी आरंभ हो चुकी है, जहां विगत वर्षों की अपेक्षा और भी भव्य पंडाल बनाया जा रहा है। पूर्व आयोजन स्थल से यह स्थल बड़ा और खुला होने से इस वर्ष आयोजन को और भव्यता प्रदान किया जा रहा है। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी खड़गपुर से आमंत्रित पुजारी पार्थ सारथी और बाल पुजारी द्वारा प्रतिदिन गीली हल्दी से मां के अलग-अलग स्वरूपों का निर्माण कर उनकी स्थापना की जाएगी। आयोजन समिति का प्रयास है कि यहां इस वर्ष उन देवी स्वरूपों की स्थापना हो जिनके दर्शन अब तक बिलासपुर वासियों ने नहीं किए हैं , तो वही इस आयोजन को एक अलग ऊंचाई देने के लिए हर वर्ष की भांति खड़गपुर से ही आने वाले भोग प्रसाद बनाने वाले विशेष रसोइए भास्कर उर्फ ब्रूसली और उनके साथी हर दिन माता को अर्पित करने के लिए अलग-अलग प्रकार के पारंपरिक भोग प्रसाद का निर्माण करेंगे।

इस आयोजन के तहत रविवार 28 अप्रैल को महाकुंभम का भोग अर्पित किया जाएगा। वैसे तो प्रतिदिन माता को अलग-अलग तरह के प्रसाद अर्पित किए जाते हैं लेकिन भक्तों को लगता है कि प्रतिदिन अर्पित किया जाने वाला प्रसाद बेहद अल्प है। इसीलिए मां सोलापुरी की संपूर्ण संतुष्टि के लिए अंतिम दिन उन्हें महाकुंभम रूपी महाभोग अर्पित किया जाता है। इस वर्ष न्यू बाबू लाइन कॉलोनी निवासी मधुसूदन राव और श्रीमती सी मोहिनी के निवास से महाकुंभम शोभायात्रा निकलेगी, शोभायात्रा में शामिल महिलाएं बड़े-बड़े थालों में सजाए गए विशाल आकार प्रकार के व्यंजन लेकर पूजा स्थान पहुंचेंगी, जहां मंत्रोच्चार और विधि विधान के साथ देवी को महाकुंभम का भोग अर्पित किया जाएगा
श्री रामाराव ने बताया कि इसी बीच शुक्रवार 26 अप्रैल को कुमकुम पूजा का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें सुहागिन महिलाएं देवी की पूजा अर्चना कर अखंड सौभाग्य की कामना करेंगी। आयोजन के दौरान प्रतिदिन विभिन्न संस्कृति के एवं धार्मिक कार्यक्रमों की भी प्रस्तुति होगी, तो वहीं समिति की ओर से अलग-अलग प्रकार का भोग प्रसाद श्रद्धालुओं में वितरित किया जाएगा ।आयोजन के दौरान हर दिन पूजा आरती के पश्चात लकी ड्रॉ निकालकर बच्चों और महिलाओं को उपहार भी वितरित किये जाएंगे। यह उपहार गणमान्य अतिथियों के हाथों प्रदान किया जाएगा। श्री सोलापुरी माता पूजा समिति द्वारा आयोजन के 24वें वर्ष में आयोजन को नई ऊंचाई देने के प्रयास में आयोजन समिति के अध्यक्ष वी रामाराव, सचिव एस सांई भास्कर, कोषाध्यक्ष बी शंकर राव, टी गिरधर राव, सी नवीन कुमार, एल श्रीनिवास , डी भास्कर राव ,आर रवि शंकर , बी शंकर राव, प्रवीण कुमार ,जी गौरव शंकर , बी अन्नपूर्णा, बी गौरी, ज्योति देव, सांई दिव्या , भवानी, सांई कमल वर्षा रूही सुमन अंजलि सोना ,जी गीत डी लक्ष्मी आदि जुटे हुए हैं।

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