बिलासपुर के दबंगों ने कोलकाता से नागपुर जा रहे आजाद हिंद एक्सप्रेस में सवार बुजुर्ग यात्री से मारपीट और लूट की। यहां तक कि उनके अपहरण का भी प्रयास किया गया। 67 वर्षीय रविंद्र नाथ बनर्जी कोई आम आदमी नहीं, बल्कि पश्चिम बंगाल आरएसएस के प्रांत संघ चालक है। 12 मार्च को आजाद हिंद एक्सप्रेस से वे आरएसएस मुख्यालय नागपुर जा रहे थे। इसी दौरान बिलासपुर में दो बदमाश चढ़े , जिन्होंने आजाद हिंद एक्सप्रेस के कोच बी- 4, बर्थ नम्बर 28 में सफर कर रहे बुजुर्ग को जबरन अपना सामान हटाने के लिए कहा ताकि समर कैंप में जा रहे बच्चे बैठ सके। इसी विवाद में उनके साथ मारपीट की ।
12 मार्च को दोपहर करीब 1:30 बजे आजाद हिंद एक्सप्रेस बिलासपुर पहुंची , जहां कुछ बच्चों के साथ बिलासपुर के आलोक अग्रवाल और कुंतल खंडेलवाल चढ़े, जिन्होंने सीट के लिए झगड़ा करते हुए रविंद्र नाथ बनर्जी का गला दबाया, लात घूंसे से उनसे मारपीट की। उनके पास रखे कैश और सामान लूटने लगे साथ ही उन्हें बर्थ से धकेल कर नीचे गिरा दिया । यह लोग उन्हें घसीट कर ट्रेन से बाहर ले जाने की भी कोशिश करते रहे। किसी तरह अन्य यात्रियों के मदद से उन्हें बचाया गया। जाते-जाते आलोक अग्रवाल और कुंतल खंडेलवाल ने किसी नुकीली हथियार से उन पर हमला भी कर दिया।
इस बीच बिलासपुर से ट्रेन चल पड़ी तो रविन्द्र नाथ बनर्जी ने इसकी शिकायत जीआरपी रायपुर में कराई। इस बीच उनके कई परिचित रायपुर में पहुंच गए और हंगामा करने लगे, जिसके चलते ट्रेन आधे घंटे विलंब से छुटी। इधर संघ के पदाधिकारी पर हमले की खबर से नागपुर मुख्यालय में हड़कंप मच गया। इससे पुलिस भी हरकत में आई और जूनी लाइन निवासी आलोक अग्रवाल एवं लिंक रोड निवासी कुंतल खंडेलवाल के खिलाफ धारा 294 323 506 392 363 511 34 से तहत मामला दर्ज किया है। इसके लिए डीजीपी ने खास तौर पर निर्देश दिए हैं ।जाहिर है अब आलोक अग्रवाल और कुंतल खंडेलवाल ने छोटी सी बात पर अपने लिए बड़ी आफत मोल ले ली है, क्योंकि उनके खिलाफ अपहरण जैसा गंभीर मामला दर्ज हो गया है जिसमें आसानी से जमानत नहीं मिलने वाली ।
समर कैंप में में भाग लेने जा बच्चों को जबरन सीट पर बिठाने के नाम पर इन दोनों ने बुजुर्ग यात्री की लात घूंसे से पिटाई कर दी। पिटाई से 67 वर्षीय पाठकपुर बांकुरा निवासी रविंद्र नाथ बनर्जी को चोटे भी आई है।