

पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद अब सब की निगाहें छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में सीएम फेस तय करने पर लगी हुई है। इसे लेकर अटकलों का बाजार गर्म है। तीनो प्रदेशो में संभावित नाम को लेकर कयास लगाये जा रहे हैं। इतना तो स्पष्ट कर दिया गया है कि तीनों ही राज्यों में भाजपा, मुख्यमंत्री के रूप में कोई नया चेहरा पेश करेगी। इसे लेकर अब कार्रवाई भी आरंभ हो चुकी है। छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री चुनने के लिए बीजेपी ने पर्यवेक्षकों का ऐलान कर दिया है। केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, सर्वानंद सोनोवाल और पार्टी महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम को छत्तीसगढ़ के लिए भाजपा ऑब्जर्वर नियुक्त किया गया है। यह तीनों ही ऑब्जर्वर शनिवार तक रायपुर पहुंचेंगे, जहां प्रदेश प्रभारी ओम माथुर और नितिन नबीन के साथ तीनों पर्यवेक्षक विधायक मंडल के साथ बैठक कर राय शुमारी करेंगे। संभव है कि शनिवार या रविवार को विधायक दल की बैठक में सीएम के नाम का ऐलान कर दिया जाएगा।


छत्तीसगढ़ के अलावा अन्य दो राज्यों के लिए भी यही प्रक्रिया अपनाई जा रही है। राजस्थान में केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राज्यसभा सांसद सरोज पांडे और राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावडे को नियुक्त किया गया है। इसी तरह मध्य प्रदेश के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर के लक्ष्मण और राष्ट्रीय सचिव आशा लकड़ा को नियुक्त किया गया है। छत्तीसगढ़ में केंद्रीय जनजाति मंत्री अर्जुन मुंडा, केंद्रीय बंदरगाह मंत्री सरवानंद सोनोवाल और राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम यह जिम्मेदारी निभाएंगे। उम्मीद की जा रही है कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व या फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों ही राज्य के लिए मुख्यमंत्री का चेहरा चुन लिया है, जिसे लेकर केंद्रीय पर्यवेक्षक विधायक मंडलों से चर्चा कर सहमति बनाएंगे। भारतीय जनता पार्टी बेहद अनुशासित पार्टी मानी जाती है, इसलिए यहां मोदी जी के बताएं नाम पर आपत्ति की आशंका बेहद कम है।
केंद्रीय आब्जर्वर के साथ बैठक के बाद रविवार शाम तक मुख्यमंत्री का चेहरा स्पष्ट हो सकता है। अनुमान है कि इसके बाद सोमवार या मंगलवार को शपथ ग्रहण समारोह संपन्न होंगे। इधर मुख्यमंत्री के कई दावेदार दिल्ली में आलाकमान से मुलाकात करते भी नजर आए। छत्तीसगढ़ से केंद्रीय राज्य मंत्री और मुख्यमंत्री के रेस में शामिल रेणुका सिंह ने एक दिन पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से लंबी मुलाकात की। इस मुलाकात को अहम माना जा रहा है। तीनों ही राज्यों में पर्यवेक्षकों की नियुक्ति होने के बाद अब शपथ ग्रहण की तैयारी भी आरंभ हो गई है। माना जा रहा है कि इन कार्यक्रमों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमित शाह सहित संगठन के बड़े नेता भी शामिल होंगे। यह शपथ ग्रहण समारोह तीनों ही राज्यों में होने हैं , इसलिए अलग-अलग तारीख का ऐलान जल्द ही किया जाएगा।
इधर छत्तीसगढ़ में पांचवीं विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो गया है। राज्यपाल हरिचंदन ने छठी विधानसभा गठन की अधिसूचना जारी कर दी है, अर्थात 2018 में निर्वाचित विधायकों की विधायकी भी खत्म हो गई है। हारे हुए विधायक अब पूर्व विधायक की श्रेणी में है और उन्हें अपना बंगला भी खाली करना होगा। फिलहाल तीनों ही प्रदेशों में यह चर्चा गर्म है कि अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। हर कोई राजनीति का जानकारी बनकर अलग-अलग नाम नाम के दावे कर रहा हैं लेकिन मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा, यह ईश्वर के अलावा शायद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही जानते हैं , जिस पर से पर्दा एक-दो दिनों में उठ जाएगा।