


राम जी 14 साल बाद अयोध्या लौटे थे तो दिवाली मनाई गई थी और इस बार जब 500 साल बाद अपने महल लौटे हैं तो एक बार फिर से दिवाली मनाई गई। लोगों ने पहली बार जनवरी मास में दिवाली मनाई। संध्या होते ही लोगों ने अपने घरों में रंगोली सजाकर दीपक जलाए। घरों में रोशनी की गई। देर रात तक आतिशबाजी चलती रही, तो वहीं दिनभर जगह-जगह भंडारे का आयोजन किया गया। इसी कड़ी में तोरवा छठ घाट रोड स्थित सांई धाम कॉलोनी मंदिर परिसर में अखंड संकीर्तन का आयोजन किया गया, जहां राम नाम कीर्तन में भक्त गोते लगाते रहे। अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर के उद्घाटन पर आयोजित अखंड संकीर्तन में बड़ी संख्या में स्थानीय भक्तों ने हिस्सा लिया। यहां भंडारे का भी आयोजन किया गया, जहां भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया ।

सोमवार को रामलला के आगमन की खुशी में छत्तीसगढ़ सामाजिक विकास मंच के सदस्यों ने हेमू नगर में भोग प्रसाद का वितरण किया। इस अवसर पर भजन मंडली द्वारा भजन कीर्तन भी प्रस्तुत की गई।

रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के इस आनंद अवसर पर पुराना पावर हाउस चौक के पास मां शैलपुत्री पेंट संचालक द्वारा भंडारा लगाया गया। इसी अवसर पर मशानगंज में गुपचुप का प्रसाद वितरित किया गया।

भाजपा झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ के जिला संयोजक पल्लव धर के नेतृत्व में तोरवा पटेल पारा में भक्तों ने राम आराधना की और भोग प्रसाद का वितरण किया।

