गुरुवार को बिलासपुर जिले के भाजपा प्रत्याशियों ने नामांकन रैली निकालकर अपनी ताकत दर्शायी तो वही जनता के बीच जाकर एक बार फिर प्रदेश में कमल खिलाने का आवाहन किया। बिलासपुर जिले के 6 विधानसभा सीटों में से एक मस्तूरी के मौजूदा विधायक और भाजपा प्रत्याशी डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी लगातार अपने विधानसभा क्षेत्र में तूफानी चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। हालांकि वे पिछले एक साल से चुनावी मोड पर ही नजर आ रहे थे। लगातार अपने विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं के संपर्क में रहने और उनकी समस्याओं का यथा संभव निराकरण करने वाले भाजपा प्रत्याशी डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी ने लोहर्सी मंडल के ग्राम बसंतपुर, परसोड़ी,कुकुर्दीकला, कुकुर्दी खुर्द , मुकुंदपुर, अमलडीहा , उदईबंद , सोनसरी सहित दूर दराज के गांव में पहुंचकर जनसंपर्क किया। कई स्थानों पर नुक्कड़ सभा कर भाजपा को क्यों वोट देना चाहिए यह मतदाताओं को समझाया गया ।
ग्रामीण क्षेत्रों में एक-एक मतदाताओं से परिचित डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी लगातार उनके बीच पहुंचकर अपने लिए आशीर्वाद मांग रहे हैं , तो वही विधायक प्रत्याशी का जगह-जगह आत्मीय स्वागत भी किया जा रहा है। बुजुर्गों से जीत का आशीर्वाद लेते हुए डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी ने राज्य की भूपेश बघेल सरकार पर भ्रष्टाचार, किसान विरोधी नीति , युवाओं के साथ छल, शराबबंदी के फायदे को पूरा न करने के मुद्दे पर सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान कर रहे हैं । डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी ने बताया कि जनसंपर्क के दौरान पूरे मस्तूरी विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के प्रति गहरी नाराजगी नजर आ रही है , तो वहीं मतदाता खुद कह रहे हैं कि मस्तूरी सहित पूरे प्रदेश में एक बार फिर भाजपा सरकार की आवश्यकता है, ताकि प्रदेश में रूके हुए विकास को गति देने के साथ निरंकुश हो चुके अपराध और अपराधियों पर भी नकेल कसा जा सके।
अपने विधानसभा क्षेत्र में लगातार जनसंपर्क कर रहे डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी की नजर उन बुजुर्ग और विकलांगों मतदाताओं पर भी है जिन्हें इस बार घर से ही मतदान करना है । गुरुवार को बिलासपुर पहुंचे असम के मुख्यमंत्री ने भी स्पष्ट रूप से कहा कि राज्य में सरकारी कर्मचारी कांग्रेस कार्यकर्ता की तरह काम कर रहे हैं। इसी आरोप को दोहराते हुए डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी ने भी आशंका जातायी है कि विकलांग और बुजुर्गों से घर में मतदान के समय ऐसे ही सरकारी कर्मचारी कांग्रेस के पक्ष में मतदान करा सकते हैं यही कारण है कि वे इस दौरान लगातार भाजपा के पदाधिकारियो के भी साथ रहने की पैरवी कर रहे हैं। साथ ही वे बुजुर्गों और विकलांगों को भी आगाह कर रहे हैं कि वे किसी के भी बहकावे में ना आए और प्रदेश की तरक्की और खुशहाली के लिए एक बार फिर से भाजपा की सरकार बनाएं ताकि केंद्र की मोदी सरकार के साथ डबल इंजन की सरकार प्रदेश में बन सके।