

सावन सोमवार और नाग पंचमी के दुर्लभ संजोग पर बिलासपुर में पहली बार अरपा नदी के तट पर स्थित छठ घाट से कावड़ यात्रा निकाली गई है । वैसे तो देश भर के सभी प्रसिद्ध शिव मंदिरों मैं कावड़ यात्रा निकालकर जलाभिषेक की परंपरा है। कावड़ यात्रा के लिए देशभर से शिव भक्त बैजनाथ धाम देवघर में जुटते हैं । इसी परंपरा की सफल शुरुआत करते हुए बिलासपुर में बड़ी संख्या में शिव भक्त जुटे, जिन्होंने अरपा नदी के पवित्र जल को पात्रों में भरा और फिर बोल बम के नारों के साथ यह कांवड़ यात्रा आरंभ हुई। इस कावड़ यात्रा में बड़ी संख्या में महिलाएं और युवतियां भी शामिल हुई है , कुछ बच्चे भी कांवड़ लेकर नंगे पांव चलते नजर आ रहे हैं। भगवा वस्त्र में कंधे पर कावड़ लिए बोल बम का उद्घोष करते शिव भक्त छठ घाट से निकल पड़े है । इनके आगे- आगे भजनों के साथ डीजे चल रही है।

रास्ते भर कावड़ यात्रियों के स्वागत सत्कार की तैयारी की गई है, यात्रियों पर पुष्प वर्षा की जा रही है, जगह-जगह फल , शरबत ,पानी आदि कावड़ यात्रियों को प्रदान किया जा रहे हैं। आपातकाल के लिए कावड़ यात्रियों के साथ चलित अस्पताल,एंबुलेंस भी है। अनुमान है कि दोपहर करीब 12:00 बजे यह कांवड़ यात्रा गुरु नानक चौक, दयालबंद, सदर बाजार देवकीनंदन चौक, पुराना सरकंडा पुल, सुभाष चंद्र बोस चौक, नूतन चौक होते हुए सरकंडा जोरापारा स्थित नंदेश्वर महादेव मंदिर पहुंचेगी, जहां भगवान भोले भंडारी का जलाभिषेक किया जाएगा। इस विशेष आयोजन के लिए मंदिर की खास सजावट की गई है, तो वही मंदिर में प्रसाद- भंडारे का भी आयोजन किया गया है।



