कल सुबह बिलासपुर के छठ घाट से निकलेगी विशाल कावड़ यात्रा, जोरापारा स्थित नंदेश्वर महादेव मंदिर में भक्त करेंगे जलाभिषेक, कावड़ यात्रा को ऐतिहासिक बनाने की तैयारी हुई पूरी

प्रवीर भट्टाचार्य

बनाए गए स्वागत द्वार

अधि मास के सावन का सातवां सोमवार बिलासपुर में ऐतिहासिक होने जा रहा है। पहली बार यहां ज्योतिर्लिंगो की भांति विशाल कावड़ यात्रा का आयोजन सर्व हिंदू समाज द्वारा किया जा रहा है, जिसकी तैयारियों को पिछले कुछ दिनों में आकार दिया गया। शहर और आसपास के हजारों शिवभक्त सोमवार सुबह बिलासपुर तोरवा छठ घाट से अरपा नदी का पवित्र जल लेकर सुबह 9:00 बजे कावड़ यात्रा पर निकलेंगे, जिसके लिए विशेष तैयारियां की गई है। हालांकि अरपा नदी का जलस्तर उतर चुका है, जिसे देखते हुए पाटलिपुत्र संस्कृति विकास मंच द्वारा घाट में एक स्थान पर साफ सफाई की गई है, जिससे कांवड़िए नदी तक सहज रूप से पहुंच सके। घाट पर भी आयोजन समिति द्वारा अतिरिक्त ड्रम की भी व्यवस्था की जा रही है, ताकि ड्रम के माध्यम से कांवरियों को नदी का जल उपलब्ध कराया जा सके।

घाट की सफाई का निरीक्षण करते आयोजक


सुबह 8:00 बजे सभी कांवरिया तोरवा छठ घाट पहुंच जाएंगे । सभी से भगवा गणवेश में आने का निवेदन किया गया है। साथ ही श्रद्धालु अपने साथ अपना-अपना कांवर लेकर पहुंचेंगे। सभी से आग्रह किया गया है कि वे या तो नंगे पैर कावड़ यात्रा करें या फिर सुविधाजनक रूप से गैर चमड़े के जूते- चप्पल पहन कर भी यह यात्रा कर सकते हैं । सभी अपने वाहन छठ घाट पर ही पार्क करेंगे जिसकी सुरक्षा के लिए गार्ड की व्यवस्था की गई है।

घाट का निरीक्षण

सुबह 9:00 बजे कांवड़ यात्रा तोरवा छठ घाट से गुरुनानक चौक, दयालबंद, हटरी चौक, गोल बाजार, सदर बाजार, देवकीनंदन चौक , पुराना सरकंडा पुल, सुभाष चंद्र बोस चौक से नूतन चौक और वहां से जोरापारा स्थित श्री नंदीश्वर महादेव मंदिर पहुंचेगी।

रास्ते भर कांवड़ यात्रियों के स्वागत सत्कार के लिए विशेष तैयारियां की गई है। जगह-जगह स्वागत द्वार बनाए गए हैं । अलग-अलग संगठनों द्वारा यात्रियों के स्वागत और उन पर पुष्प वर्षा की व्यवस्था की गई है। आयोजन समिति द्वारा पूरे रास्ते में जल छिड़काव की भी व्यवस्था की गई है, साथ ही जगह-जगह अलग अलग संगठन और समितियों द्वारा जल, शरबत , फ्रूटी आदि वितरण की भी व्यवस्था की गयी है।

छठ घाट में उतरा अरपा नदी का पानी


इस कावड़ यात्रा के आगे आगे डीजे और बैंड बाजे वाले होंगे। पूरे यात्रा का कवरेज ड्रोन कैमरे द्वारा किया जाएगा। इस विशाल कावड़ यात्रा में हजारों शिव भक्तों के शामिल होने की बात कही जा रही है, जिसमें नारी- नारी, बुजुर्ग , बच्चे सभी शामिल होंगे। सुबह 9:00 बजे निकल कर यह कावड़ यात्रा दोपहर करीब 12:00 बजे जोरापारा स्थित श्री नंदेश्वर महादेव मंदिर पहुंचेगी, जहां शिव भक्त भोले भंडारी का जलाभिषेक करेंगे ।
रास्ते में पद यात्रियों की सेवा और सुविधा के लिए चलित चिकित्सा एंबुलेंस की भी व्यवस्था की गई है। वही मंदिर परिसर में भक्तों के लिए खिचड़ी प्रसाद और खीर की व्यवस्था श्रद्धालुओं द्वारा की जा रही है। पूरे शहर में कांवड़ यात्रा से संबंधित बैनर पोस्टर लगाए गए हैं ।

रविवार को आयोजन को लेकर अहम बैठक हुई तो वही आयोजकों ने तोरवा छठ घाट का भी निरीक्षण किया। आयोजक सर्व हिंदू समाज ने सभी सनातनियो उसे करबद्ध निवेदन किया है कि वे अधिक से अधिक संख्या में इस कावड़ यात्रा में शामिल हो । जो कांवर लेकर नहीं आ पा रहे हैं, वे भी इस यात्रा में सहयात्री बन शामिल हो सकते हैं। जिनके पास भगवा गणवेश नहीं है, वे सामान्य कपड़ों में भी यात्रा का हिस्सा बन सकते हैं। जो लंबी पदयात्रा नहीं कर सकते, वे सरकंडा पुल के बाद या फिर मंदिर के आसपास से इस यात्रा का हिस्सा बनकर पुण्य लाभ ले सकते हैं ।

सावन मास के सातवें सोमवार और नागपंचमी पर आयोजित विशाल कावड़ यात्रा को लेकर सर्व हिंदू समाज में अपार उत्साह नजर आ रहा है , जिससे यह संभावना बन रही है कि यह कावड़ यात्रा ऐतिहासिक सिद्ध होने जा रही है।

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