
कैलाश यादव

नौकरी लगाने का झांसा देकर बेरोजगारो से ठगी करने का आरोपी जैसे ही जमानत पर छूट कर बाहर आया उसके खिलाफ एक और मामला सामने आया है। बिलासपुर में आईजी दफ्तर के कांस्टेबल पर फिर से नौकरी लगाने के नाम पर करोड़ों रुपए की ठगी का आरोप लगा है। आरोपी आरक्षक पंकज शुक्ला ने आईजी ऑफिस में पोस्टिंग के दौरान ही भाजपा पार्षद रेणुका नागपुरे और नगर निगम कर्मी भोजराम नायडू के साथ मिलकर नौकरी दिलाने के नाम पर 8 लाख की ठगी की थी। उसने बेरोजगार को फर्जी जॉइनिंग लेटर भी थमा दिया था। जब जॉइनिंग लेटर लेकर युवक एसपी कार्यालय पहुंचा तो पूरे मामले का पर्दाफाश हुआ। पुलिस ने इस मामले में आरक्षक पंकज शुक्ला, पार्षद और निगम कर्मी को गिरफ्तार किया था।

इस मामले में जमानत पा कर जैसे ही आरक्षक पंकज शुक्ला बाहर आया तो नए-नए मामलों का खुलासा होने लगा। पता चला कि मस्तूरी क्षेत्र में रहने वाले महेश पाल और अन्य बेरोजगार युवकों को भी पंकज ने आईजी कोटे से नौकरी दिलाने का झांसा देकर एक करोड़ 13 लाख रुपए की ठगी की है। उसने विभाग में अच्छी खासी जान पहचान होने और वर्दी का झांसा देकर बेरोजगारियों को जाल में फसाया था। जैसे ही पंकज जमानत पर छूट कर आया तो पीड़ित उसके पास पहुंचे। पंकज के जीजा कोरबा अमरैया पारा निवासी रमाशंकर पांडे ने उन्हें रुपए वापस दिलाने का भरोसा दिलाया लेकिन फिर दोनों टालमटोल करने लगे। परेशान होकर पीड़ितों ने इसकी शिकायत आईजी और एसपी से की।
सीएसपी ने जांच करते हुए पीड़ितों का बयान लिया और सबूत के आधार पर आरोपों को सही पाया। इसके बाद आरक्षक पंकज शुक्ला और उसके जीजा रमाशंकर पांडे के खिलाफ धारा 120 B और 420 के तहत केस दर्ज किया गया।
पता चला कि जीजा और साले ने मिलकर 21 लोगों से सौदा किया था। इन लोगों ने बेरोजगारों को झांसा देने के लिए फर्जी सिलेक्शन लिस्ट भी दिखाई थी। बताया जा रहा है कि पंकज ने 21 बेरोजगारों को ठगी का शिकार बनाकर एक करोड़ 13 लाख रुपए वसूले है।
इनके साथ हुई है ठगी
आरक्षक पंकज शुक्ला ने महेश पाल, किशन पाल, टिकेश्वर पाल, रोहित तिवारी, सुरेश पाल, हिंछाराम निर्मलकर, दिनेश कुमार पांडेय, त्रिलोकी सिंह मार्को, सुरेश कश्यप, मोतीलाल मिश्रा, रामचंद्र उपाध्याय, अभिजीत सिंह, भीमसेन राठौर, वेद प्रकाश मिश्रा, गणेश पाल, दिनेश पाल, नरेंद्र `कुमार साहू, विपिन प्रकाश मिश्रा, विरेंद्र त्रिपाठी, रवि पाठक, विनोद मिश्रा से सौदा किया था। सभी युवकों व उनके परिजनों से उसने अलग-अलग सौदा किया था और तीन से पांच लाख और उससे ज्यादा पैसे वसूल लिए। युवकों ने बताया कि सभी से करीब एक करोड़ 13 लाख रुपए की धोखाधड़ी की गई है।
