एमबीबीएस दाखिला गिरोह के खिलाफ सरकंडा में शिकायत दर्ज, बिलासपुर में बीएसएनएल अफसर को लगाया 15.5 लाख रुपए का चूना, देशभर में ऐसे ही कई और मामले

कैलाश यादव

एमबीबीएस की सीट के लिए दाखिला दिलाने का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह के खिलाफ सरकंडा थाने में मामला दर्ज किया गया है। पता चला है कि बीएसएनएल अधिकारी की बेटी को एमबीबीएस में दाखिला देने के नाम पर 15.5 लाख से अधिक की ठगी की गई है। राजकिशोर नगर स्थित बीएसएन कॉलोनी में रहने वाले निहार रंजन मलिक बीएसएनएल में ऑफिसर है ।उनकी बेटी पल्लवी ने NEET का एग्जाम दिया था। साल 2021 में नीट का रिजल्ट आने पर पल्लवी के मोबाइल पर गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में दाखिले के लिए मैसेज आया। इसके बाद एक अनजान नंबर से भी फोन किया गया, जिसमें बताया गया कि गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में सेंट्रल पूल के कोटे पर उनकी बेटी का एडमिशन हो सकता है लेकिन इसके लिए ₹35 लाख की मांग की गई ।अपनी बेटी को डॉक्टर बनाने की ख्वाहिश में निहार रंजन इसके लिए तैयार हो गए ।

फोन करने वाले ने अपना नाम राजेश दास बताया। साथ ही बताया कि रायपुर में ब्लूबेरी सर्विस के नाम पर उनका ऑफिस है जिसका डायरेक्टर उसका भाई कल्पतरु दास है। ऑफिस का पता मैग्नेटो मॉल के चौथी मंजिल पर बताया गया। इसी बीच कल्पतरु दास , संजय दास , मयूरी चटर्जी, आदर्श मिश्रा जैसे लोग निहार रंजन के घर पहुंचे और मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिलाने के नाम पर एडवांस में ₹50000 के लिए। इसके बाद तो ठगी का सिलसिला ही शुरू हो गया। अलग-अलग बहाने से किस्तों में पैसों की मांग की जाने लगी। कभी प्रोसेसिंग फीस तो कभी कुछ और बता कर निहार रंजन मल्लिक से 15 लाख 50 हज़ार रुपये ले लिए गए लेकिन उनकी बेटी का दाखिला मेडिकल कॉलेज में नहीं हुआ। जब उन्होंने पैसे वापस मांगे तो ठगों ने टालमटोल शुरू कर दिया। इधर निहार रंजन ने जब ठगों के बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि इन लोगों ने अलग-अलग राज्यों में इसी तरह कई लोगों को अपना निशाना बनाया है। इसकी शिकायत सरकंडा थाने में की गई। पुलिस ने पता लगाया कि निहार रंजन को धोखा देकर इन लोगों ने कोलकाता के एसबीआई, रसलुगढ़ के एक्सिस बैंक सहित कई अकाउंट में किस्तों में पैसे जमा कराए हैं। ज्यादातर पैसों का ऑनलाइन ट्रांजैक्शन हुआ है। पुलिस मामला दर्ज कर ठगों की तलाश कर रही है।

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