

वैसे तो इस साल अभी तक बिलासपुर में अच्छी बारिश नहीं हुई है , फिर भी विगत कुछ वर्षों की तरह इस साल भी तोरवा क्षेत्र में घरों में बारिश का पानी घुसने लगा है। असल में जबसे वार्ड क्रमांक 41 गुरुनानक चौक से पुराना पावर हाउस चौक तक सड़क और नाली का निर्माण किया गया तब से यहां जलभराव की समस्या देखी जा रही है । जरा सी बारिश से ही यहां सड़क जलमग्न हो जाता है और फिर नाली और सीवर का गंदा पानी घरों में घुसने लगता है। इस बार अभी ठीक से बारिश हुई भी नहीं है फिर भी इस समस्या से वार्ड क्रमांक 41 के रहवासी दो-चार हो रहे हैं।

दरअसल यहां जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण ही इस तरह की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। सीवर लाइन में पॉलिथीन, प्लास्टिक बोतल आदि जमा होने से सीवर लाइन चोक हो गया है।जिसके कारण बारिश के दौरान पानी की निकासी नहीं हो पाती। यहां पिछले कुछ सालों से नाले का निर्माण हो रहा है, लेकिन निर्माण पूर्ण नहीं हुआ, जिस कारण बारिश के दौरान नालियों का गंदा पानी बहकर घरों में घुस रहा है । यहां पावर हाउस से लेकर तोरवा लूथरा टिंबर, चंद्रा टाइल्स तक नाली का निर्माण हुआ है। आगे पानी की निकासी नहीं है। ओवरफ्लो होते ही यहां रास्ते से लोगों के घरों में पानी घुस रहा है। गंदे पानी के साथ मच्छर ,मक्खी, तरह-तरह के संक्रमण के अलावा सांप बिच्छू जैसे खतरनाक जीव भी घरों में प्रवेश कर रहे हैं ।एक तरफ जहां इस वजह से यहां संक्रमित बीमारियों के फैलने का खतरा मंडरा रहा है तो वही सांप बिच्छू से लोगों की जान को भी खतरा है। वहीं घरों में पानी भर जाने से फर्नीचर और घरेलू सामान को भी नुकसान पहुंच रहा है। बारिश के मौसम में नाली निर्माण संभव नहीं, इसलिए क्षेत्र के लोगों ने नियमित सीवर लाइन की सफाई की मांग की है, ताकि बारिश के दौरान बरसात का पानी आसानी से निकल जाए। इस संबंध में महापौर को भी ज्ञापन सौंपा गया है।

देखना होगा कि जलभराव की समस्या से कब तक क्षेत्रवासियों को निजात मिलती है। वैसे विगत कुछ वर्षों से यह समस्या यहां स्थाई बन चुकी है। जरा सी बारिश होते ही पुराना पावर हाउस से लेकर गुरुनानक चौक तक कई कई फीट पानी भर जाता है, जिसके बाद यही गंदा पानी सड़क किनारे मौजूद घरों में घुसने लगता है, जिसमें घरों के अलावा दुकान और प्रतिष्ठान भी है। बताया जाता है कि नाली से नीचे सड़क हो जाने के कारण यह समस्या आ रही है। वही लूथरा टिंबर के पास बंधवा तालाब की ओर से आने वाले पानी की निकासी की भी समुचित व्यवस्था नहीं है, जो चंद्रा टाइल्स के बगल में ,निभा मित्रा हॉस्पिटल और टाइगर बंगला के आसपास जमा होता है । अधिक बारिश में यही पानी लोगों के घरों में घुस रहा है । एक तरफ किसान बारिश की कामना कर रहे हैं तो वही इस क्षेत्र में रहने वाले लोग यही मनाते होंगे कि बारिश ना हो, क्योंकि उनके लिए यह आफत की बारिश जो साबित होगी।
