मंगला चौक में 3 मंजिला इमारत धराशाई होने पर पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने मांगा मुआवजा, विधायक शैलेश पांडे की पहल पर 10 लाख रुपए का चेक पीड़ित पक्ष को मिला

आज सुबह 7 बजे के आसपास एक तीन मंजिला बिल्डिंग अचानक गिर गई. देखते ही देखते पूरी की पूरी बिल्डिंग जमींदोज हो गई. बिल्डिंग में मेडिकल स्टोर और एक ज्वेलरी शॉप संचालित था. राहत की बात ये थी कि हादसे के वक्त बिल्डिंग में कोई नहीं था. इमारत गिरने के बाद व्यापारियों का आक्रोश खुलकर सामने आ रहा है ।इस मामले में बिलासपुर शहर के पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री भाजपा नेता अमर अग्रवाल भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने मुआवजे की मांग की है। साथ ही यह भी कहा है कि पहले से नाला होने के बावजूद नाला निर्माण कराए जाने की जांच भी होनी चाहिए।

जानकारी के मुताबिक कुछ समय पहले लोगों ने अवगत कराया था कि नाले की खुदाई के कारण इस इमारत को खतरा है। साथ ही रानी शक्ति मंदिर के बड़े गेट को भी नुकसान पहुंच सकता है। इस बारे में बार-बार जानकारी दी गई थी । लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया। और परिणाम स्वरुप आज ये हादसा हो गया।इस घटना को लेकर मंगला चौक के व्यापारियों का आक्रोश भी खुलकर सामने आया है।

घटना स्थल पर पहुंचे पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि शहर में कई चौक चौराहे में नाले खोदे गए हैं। वह भी मई जून के महीने में खोदे गए हैं । जबकि सभी को मालूम है कि मई जून के महीने में बारिश शुरू हो जाती है और नागरिकों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लिहाजा पहले तो इस सवाल का जवाब देना चाहिए कि पहले से ही नाले बने हुए हैं, तब क्यों उन्हे खोदा जा रहा है। क्या भ्रष्टाचार के कारण इस तरह की योजनाएं चल रही हैं। यह भगवान की कृपा है कि इस मकान में कोई नहीं रह रहा था इसलिए कोई जनहानि नहीं हुई।
श्री अग्रवाल ने पीड़ित परिवार के लिए उचित मुआवजे की मांग की साथ ही नाला निर्माण करने के संबंध में जांच करने की मांग की एवं उचित कार्यवाही नहीं होने पर चक्काजाम करने की शासन को चेतावनी भी दी।

इधर मंगला चौक में शनिवार सुबह बिल्डिंग के गिर जाने की खबर पाकर बिलासपुर विधायक शैलेश पांडे पूर्व मेयर राजेश पांडे , शेखर मुदलियार, चंद्र प्रदीप बाजपेई, सुनीता मानिकपुरी आदि भी पहुंचे । इस मामले की जांच के लिए कमिश्नर ने 5 सदस्यीय टीम का गठन किया है, जो 3 दिन के अंदर बिल्डिंग के गिरने का कारण पता लगाएगी ।वही निगम कार्यालय में तीन ठेकेदारों ने विधायक के हाथों 10 लाख का मुआवजा श्रीराम मेडिकल संचालक को दिया।


इधर चौराहे पर बिल्डिंग गिरने से नाराज व्यापारियों ने वस्तुस्थिति का जायजा लेने पहुंचे निगम कमिश्नर को घेर लिया। जानकारी मिलने पर आईपीएस संदीप पटेल पुलिस टीम के साथ पहुंचे। नगर निगम कमिश्नर ने जब 5 लाख रुपये मुआवजा देने की बात कही तो भाजपा नेता भड़क गए । जिसके बाद विधायक शैलेश पांडे ने मोर्चा संभाला और तत्कालीक रूप से 10 लाख रुपये मुआवजा देने का दबाव बनाया। विधायक शैलेश पांडे की पहल पर ठेकेदार अभिषेक सिंह , दीपेंद्र तिवारी और राजकुमार तिवारी ने संयुक्त रूप से पांच 5 लाख रुपये का दो चेक ठेकेदार संघ की तरफ से मेडिकल दुकान संचालक विशाल गुप्ता को दिया।


विधायक शैलेश पांडे ने बताया कि यह प्राथमिक सहयोग है। जांच रिपोर्ट आने के बाद नुकसान का मुआवजा अलग से प्रदान किया जाएगा। इधर यह बात भी सामने आ रही है कि दुकान संचालक ने अतिक्रमण कर दुकान का निर्माण किया था ।वही बिना अनुमति के ही 3 मंजिला इमारत खड़ी कर दी गई थी। इसकी भी जांच हो सकती।

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