
यूनुस मेमन


रतनपुर में अंधेर नगरी चौपट राजा वाला हाल है। रात में भले ही यहां स्ट्रीट लाइट न जले लेकिन दिन में पूरी ईमानदारी के साथ पूरे नगर में स्ट्रीट लाइन रोशन रहती है। पिछले तीन-चार दिनों से रतनपुर नगर पालिका क्षेत्र में दिन में ही स्ट्रीट लाइट का जलते रहना चर्चा का विषय बना हुआ है। हैरानी की बात यह है कि इस बात से पूरा नगर वाकिफ है, इसकी जानकारी बस नगर पालिका के कर्मचारियों को ही नहीं है । भीम चौक, बड़ी बाजार , नूतन चौक सहित लगभग पूरे रतनपुर में स्ट्रीट लाइट पिछले कुछ दिनों से लगातार जल रही है । कुछ जागरूक लोगों ने इसकी शिकायत भी की, लेकिन जिम्मेदार लोगों के कान पर जूं तक नहीं रेंगी। अक्सर स्ट्रीट लाइट का भारी-भरकम बिल नगर पालिका को मिलने से वह इसे जमा करने में सक्षम नहीं हो पाता और इस वजह से ही बिजली विभाग द्वारा लाइन काट दी जाती है। इसके बावजूद भी जब जरूरत नहीं है तब पूरे दिन भर स्ट्रीट का ऑन रहना समझ से परे है।


इसके पीछे स्ट्रीट लाइट सुधार की बहानेबाजी की जाती है, लेकिन इन दिनों रतनपुर में इस तरह का मेंटेनेंस कार्य हो नहीं रहा और अगर हो भी रहा है तो एक साथ पूरे नगर की लाइट जलाने का कोई औचित्य नहीं है क्योंकि एक साथ हर तरफ सुधार कार्य नहीं चल सकता। दिन में जब जरूरत नहीं है तब स्ट्रीट लाइट जलाकर ना सिर्फ जनता के टैक्स से हासिल पैसे की बर्बादी की जा रही है बल्कि बेशकीमती बिजली भी बर्बाद कर देश को अप्रत्यक्ष रूप से नुकसान पहुंचाया जा रहा है। मगर जिम्मेदार लोगों को इसकी कोई परवाह नहीं। दिन में बेवजह स्ट्रीट लाइट जलाने की वजह से ही है रात में विभाग के कर्मचारी शायद इन्हें जलाना भूल जाते हैं। अभी जिस तरह से दिन में पिछले कुछ दिनों से रतनपुर में स्ट्रीट लाइट जल रहे हैं बहुत मुमकिन है कि आने वाले दिनों में इसका खामियाजा नगर वासियों को भोगना पड़े और रात अंधेरे में गुजारनी पड़े।

