यूसुफ मेमन
धार्मिक नगरी रतनपुर में धड़ल्ले से चल रहा है कबाड़ का अवैध कारोबार। बिना लाइसेंस और प्रशासन की अनुमति के बिना भी होता है करोड़ों का कारोबार। इस कारोबार में किसी का नहीं है नियंत्रण, धड़ल्ले से फल-फूल रहा है अवैध कारोबार। छोटे बच्चों को धंधे में लगा कर धकेल रहे अपराध की दुनिया में, जिले में दो दर्जन से अधिक कबाड़ के व्यवसायी हैं। जो साल में करोड़ों का कारोबार करते हैं। जिले में इन दिनों धड़ल्ले से कबाडिय़ों का अवैध कारोबार चल रहा है। इसी प्रकार धार्मिक नगरी रतनपुर में भी हाई स्कूल के पास कबाड़ का अवैध धंधा जोरों से चल रहा है जिसमें रतनपुर पुलिस का कोई नियंत्रण नहीं है जिससे नगर में चोरी की घटनाएं भी बहुत बढ़ गई है सबकुछ पुलिस की मिलीभगत से चलने के कारण इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती।
इस व्यवसाय को करने के लिए न तो किसी को लाइसेंस की जरूरत होती है और ना ही किसी की अनुमति की आवश्यकता होती है। इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए सिर्फ एक स्टाक रजिस्टर की जरूरत होती है। स्टॉक रजिस्टर में खरीद-बिक्री किए गए समान को दर्ज कर इस व्यवसाय को आसानी से किया जा सकता है। इस व्यवसाय में पुलिस और प्रशासन का कोई रोक-टोक नहीं होता है। मजेदार बात यह कि बिलासपुर जिले में दो दर्जन से भी अधिक कबाड़ के व्यवसायी हैं। जो बेरोक-टोक बेखौफ कारोबार कर रहे हैं। इन पर किसी का नियंत्रण नहीं होने से जिले में दिन दिन कबाडिय़ों की संख्या में बढ़ती जा रही है।इसी प्रकार धार्मिक नगरी रतनपुर मे भी कबाड़ का व्यवसाय बढ़ रहा है,रतनपुर में भी हाई स्कूल के पास कबाड़ का अवैध धंधा जोरों से चल रहा है जिसमें रतनपुर पुलिस का कोई नियंत्रण नहीं है सबकुछ पुलिस की मिलीभगत से चलने के कारण इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती।इनके हौसले बुलंद, और नगर में चोरी की वारदात बढ़ गई है,