आखिरकार सिरगिट्टी पुलिस ने ढूंढ निकाला वह डीजल ऑटो रिक्शा, जिसमें बैठकर यश साहू ने की थी अंतिम यात्रा

बिलासपुर में पीएससी की तैयारी कर रहे अंबिकापुर के युवक यश साहू की हत्या के मामले में कई विरोधाभास की बातें सामने आई थी। शुरू में कहा गया कि यश साहू के शव को कार से फेंक कर कुछ लोग भाग गए। बाद में पुलिस ने खुलासा किया कि कार में नहीं बल्कि यश साहू को ऑटो में बिठाया गया था। रास्ते में उसकी मौत हो जाने पर ऑटो चालक उसे रास्ते में छोड़ कर भाग गया।
पुलिस के खुलासे पर ना तो युवक के परिजन यकीन कर रहे थे और ना ही उसके समाज के लोग। जिन्होंने कलेक्ट्रेट का भी घेराव किया था । विरोध करने वाले बार-बार सवाल कर रहे थे कि पुलिस जिस ऑटो का जिक्र कर रही है, कहां है वह ऑटो रिक्शा, कहां है उसका चालक ?

हत्यारे


इस मामले में सिरगिट्टी पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। आखिरकार पुलिस ने उस ऑटो को ढूंढ ही निकाला जिसके लिए करीब 200 ऑटो चालकों से पूछताछ की गई। रायपुर- बिलासपुर मुख्य मार्ग में लगे 50 से 60 सीसी कैमरे के फुटेज चेक किए गए , जिसके बाद ऑटो ड्राइवर का पता चला।
प्रेम त्रिकोण के चलते यश साहू की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी राहुल नामदेव और उसके दो साथियों को पहले ही पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। इस मामले में यह नई जानकारी मिली थी कि मारपीट के बाद राहुल नामदेव यश को अपनी स्कूटी में बिठाकर किसी ऑटो रिक्शा वाले के पास ले गया था , जिसमें यश को बिठाकर आगे भेजा गया था। बार-बार सवाल उठ रहे थे कि आखिर कौन है वह ऑटो रिक्शा चालक। इसी जांच पड़ताल के दौरान पुलिस के हाथ काठाकोनी, खमरिया सकरी निवासी 32 वर्षीय ऑटो चालक शिव प्रसाद यादव उर्फ राहुल हाथ लगा। पुलिस की पूछताछ में उसने मामले पर से पर्दा उठाया है।

शिव प्रसाद यादव ने बताया कि 6 जून को वह धमनी चकरभाटा से सब्जी छोड़ने बिलासपुर आ रहा था। उसी दौरान छतौना मोड़ पर उसे यश साहू मिला। मारपीट में बुरी तरह घायल हुए यश साहू ने रास्ते में उल्टी भी की। ऑटो रिक्शा में सवार अन्य सवारी ने शिव प्रसाद यादव को खरी-खोटी सुनाते हुए कहा कि उसने अपने ऑटो रिक्शा में शराबी लोगों को बिठा लिया है। सवारियों के गुस्से से बचने के लिए शिव प्रसाद यादव गुंबर पेट्रोल पंप सिरगिट्टी मेन रोड के पास यश साहू को सड़क के किनारे छोड़कर चला गया था। यश साहू जिस ऑटो में आखरी बार दिखा था, उसका क्रमांक सीजी 10 T 4233 है, जो सीसीटीवी कैमरे में भी नजर आया है । डीजल ऑटो रिक्शा की तलाशी के साथ ही बार-बार उठ रहे सवाल पर भी विराम लग गया। अब तक कहा जा रहा था कि ऑटो चालक ने यश साहू की लाश को ठिकाने लगाया था लेकिन अब मिली जानकारी से यह लग रहा है कि जिस वक्त ऑटो चालक यश साहू को गुंबर पेट्रोल पंप के पास छोड़ कर गया था, उस वक्त तक वह जीवित था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!