आकाश दत्त मिश्रा
मेडिकल एजेंसी संचालक द्वारा नगर निगम सफाई में नियुक्त जेसीबी के ड्राइवर के साथ बदसलूकी करने और वाहन की चाबी छीन लेने के मामले में हंगामा मचा हुआ है। बिलासपुर के तेलीपारा में रोज की तरह नगर निगम की सफाई टीम जुटी हुई थी। जेसीबी की मदद से नालियों की सफाई की जा रही थी। इस दौरान जेसीबी चालक अमन यादव द्वारा तेलीपारा स्थित मेलाराम एंड ब्रदर्स मेडिकल एजेंसी के संचालक नीरज छाबड़ा को सूचना दी गई कि नाली की सफाई के दौरान आंशिक टूट-फूट हुई है।
यह सुनकर सुबह करीब 9:00 बजे मेडिकल एजेंसी संचालक नीरज छाबड़ा मौके पर पहुंचा, जिसने देखा कि उसके दुकान के सामने लगा स्टील का रेलिंग उखड़ गया है और सीढ़ी को भी कुछ नुकसान पहुंचा है। यह देखकर नीरज छाबड़ा उखड़ गया और उसने अमन यादव के साथ अन्य सफाई कर्मियों के साथ गाली गलौज शुरू कर दी। इतना ही नहीं नीरज छाबड़ा ने जेसीबी की चाबी छीन ली और कहा कि उनके द्वारा हर दिन 11:00 बजे दुकान खोला जाता है। आज भी वो 11:00 बजे दुकान खोलेगा उसके बाद ही फैसला होगा कि चाबी लौटाई जाए या नहीं। इसके बाद नीरज छाबड़ा वहां से चला गया।
नीरज के जाते ही अमन यादव ने अपने सहकर्मियों को घटना की जानकारी दी। इसके बाद लामबंद सफाई कर्मी अपने-अपने जेसीबी के साथ तेलीपारा पहुंच गए और सड़क पर ही जेसीबी लगाकर प्रतीकात्मक रूप से सड़क को जाम कर दिया। सफाई कार्य में लगे जेसीबी चालक के साथ बदसलूकी किए जाने के मामले में लामबंद सफाई कर्मचारी कोतवाली थाने भी पहुंच गए और आरोपी के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने का मामला दर्ज करने की मांग करने लगे।
घंटों नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन के बाद आखिरकार कोतवाली पुलिस ने नीरज छाबड़ा के खिलाफ धारा 294 और 506 के तहत मामला पंजीबद्ध किया। इधर आंदोलनकारियों का कहना है कि यह दोनों धाराएं बेहद मामूली है और नीरज छाबड़ा मुचलके पर ही छूट जाएगा, इसलिए अब सभी सफाई कर्मचारी अपने-अपने जेसीबी के साथ एसपी कार्यालय जाने और नीरज छाबड़ा के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने का मामला दर्ज करने की मांग कर रहे हैं। एक मामूली बात पर बेवजह बतंगड़ बन गया और इससे जो हंगामा खड़ा हुआ है उससे सभी परेशान हैं।