पवित्र रतनपुर मां महामाया मंदिर परिसर में कंठी देवल मंदिर के पास मांस भक्षण मामले में पुलिस ने संज्ञान लेते हुए दो आरोपियों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की है। पिछले बुधवार को रतनपुर महामाया मंदिर प्रांगण में ही स्थित कंठी देवल मंदिर के पास कुछ लोगों द्वारा नॉनवेज पका कर खाने का वीडियो वायरल होते ही सनसनी फैल गई । हालांकि यह हिस्सा पुरातत्व विभाग के नियंत्रण में है, जिसका गार्ड भी नियुक्त है। वीडियो में दिख रहा गार्ड पूरे मामले का ठीकरा महामाया मंदिर ट्रस्ट पर फोड़ता दिख रहा है। इसके बाद महामाया मंदिर ट्रस्ट ने मामले को संज्ञान में लेते हुए पुलिस को इसकी सूचना दी। इस मामले में पड़ताल के बाद बिलासपुर टिकरापारा में रहने वाले पप्पू खटीक और बाबा खटीक के खिलाफ पुलिस ने शांति भंग करने का आरोप लगाते हुए प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की है।

हालांकि वीडियो में दिख रहे पत्तल से यह स्पष्ट अनुमान लग रहा था कि यहां पार्टी करने वालों की संख्या 50 के आसपास रही होगी, इनके द्वारा परिसर के पास मांस पकाकर मंदिर के इर्द-गिर्द ही ना केवल मांस भक्षण किया गया बल्कि जूठे पत्तल- दोना भी वह यत्र तत्र छोड़ कर चले गए। मंदिर परिसर में ही यहां वहां हड्डियां बिखरी पड़ी थी, जिससे लोगों की भावनाएं आहत होने और शांति व्यवस्था भंग होने के चलते मंदिर ट्रस्ट ने मामले को संज्ञान में लिया। आरोपियों में से बाबा खटीक कुख्यात खाईवाल भी है, जिसके द्वारा अपने साथ कुछ लोगों को रतनपुर ले जाकर यह कृत्य किया गया था। आरोपियों को तहसीलदार शिल्पा भगत के न्यायालय में पेश किया गया। आरोपियों के खिलाफ धारा 151 के तहत कार्यवाही की गई, जिसे लोग नाकाफी बता रहे हैं। इधर महामाया मंदिर ट्रस्ट ने लोगों से अपील की है कि वे भविष्य में इस तरह का कोई भी आचरण मंदिर और आसपास ना करें, जिससे कि श्रद्धालुओं की भावनाएं आहत हो।


आपको बता दें कि इसी सप्ताह बुधवार को कंठी देवल मंदिर परिसर में कुछ लोगों ने मांस भक्षण किया था और अपना जूठन छोड़कर चले गए थे। किसी जागरूक नागरिक ने इसका वीडियो तैयार कर वायरल कर दिया था। इसके बाद पूरा मामला संज्ञान में आया। इस अशोभनीय हरकत से रतनपुर ही नहीं बल्कि पूरे सनातन समाज में आक्रोश देखा जा रहा था। लोग मांग कर रहे हैं कि यहां इस तरह का सूचना पट लगाया जाए जिसमें स्पष्ट निर्देश रहे कि भविष्य में कोई इस तरह का दुस्साहस न कर सके।

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