जितना है, या फिर सीखना है

चंद्रप्रकाश सुर्या की कलम से


अभी 10वीं और 12वीं जिसमें सीजी और सीबीएसई दोनों के रिजल्ट आए हैं, बहुत सारे बच्चे बहुत अच्छे अंक से उत्तीर्ण हुए होंगे और कुछ बच्चे कुछ कम अंकों के साथ उत्तीर्ण हुए होंगे ,आप सभी को बहुत-बहुत बधाई कई बच्चों को निराशा भी हाथ लगी होगी …इसका मतलब यह नहीं है कि आपमे काबिलियत नहीं है हर व्यक्ति किसी न किसी का धनी होता है हो सकता है आप खेलकूद में गीत संगीत में या अन्य गतिविधियों में बहुत अच्छा कर रहे हो, कई कारण हो सकते हैं असफलता के कभी कभार मन नहीं लगता कभी स्वास्थ्य के नाम से हम कंसंट्रेट नहीं कर पाते और भी कारण हो सकते हैं!
सभी बच्चों से मेरा विनम्र अपील है कि किसी भी तरह का कोई गलत कदम ना उठा ले असफलता के बाद जो सफलता मिलेगी उसका आनंद भी मिलेगा !कई बार हम प्रयास करते हैं, असफल हो जाते हैं इसका मतलब यह नहीं कि हम हार मान ले लगातार प्रयास करने से निश्चित रूप से सफलता मिलेगी! कई उदाहरण हैं…
करत- करत अभ्यास के जड़मति होत सुजान… रसरी आवत जात ही सिल पर होत निशान…. यह जो अंकसूची है यह सिर्फ कागज का टुकड़ा है और आप किसी के दिल के टुकड़े हो कागज के टुकड़े में 19,20 चलेगा लेकिन आपको किसी तरह का कोई नुकसान होगा तो सोचो आपके परिवार को आपके परिजन को कितनी तकलीफ होगी इसलिए मेरा मार्मिक अपील है, बच्चों से किसी भी तरह का कोई गलत कदम ना उठाये हो सकते हैं आपकी परीक्षा की घड़ी और कठिन हो और आने वाला समय इससे लाख गुना बेहतर हो, ऐसे कई उदाहरण है कोई आईएएस अधिकारी है कई प्रोफ़ेसर है जिनका 10वीं 12वीं में 50 परसेंट 55 परसेंट रहा, किंतु आगे उन्होंने अपना परिश्रम जारी रखा और आज बहुत अच्छे पोस्ट पर है! बहुत अच्छे अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे हैं! इसलिए धैर्य रखें और चुनौतियों का सामना करें साथ में अभिभावक से भी अपील है कि ऐसे समय में बच्चों का ख्याल रखें और उनका सहयोग करें साथ दें ! चुनौतियों का सामना करने वाले या तो जीतता है या सीखता है हारता कभी नहीं है, इसलिए हमे हार नहीं मानना है आगे बढ़ना है..

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