मुंगेली में आयोजित कुमार विश्वास नाइट के दौरान आयोजक के करीबी द्वारा भगवान श्री राम के अपमान के मामले ने पकड़ा तूल, सोशल मीडिया पर जमकर किया जा रहा है ट्रोल, राम का विरोध करने वाले के बचाव में आये आयोजक, भाजपा को मिला बड़ा मुद्दा

आकाश दत्त मिश्रा

आयोजकों के विवादित बोल

मुंगेली में आयोजित कुमार विश्वास नाइट बारिश में धुल गयी, यह खबर तो अब पुरानी हो चुकी है। वैसे कुमार विश्वास का विवादों से पुराना नाता रहा है, इसलिए लोगों को आशंका थी कि विवादित कवि मुंगेली में भी कोई विवादित बयान देकर हमेशा की तरह नया विवाद खड़ा करेंगे , लेकिन यह कार्यक्रम कुमार विश्वास की कविता या फिर बारिश की वजह से नहीं बल्कि एक दूसरी वजह से विवादित हो गयी है। इस कवि सम्मेलन के दौरान आयोजन समिति के एक सदस्य के विवादित हरकत ने तूल पकड़ लिया है, जिसे लेकर मुंगेली और सोशल मीडिया में खूब आक्रोश देखा जा रहा है।

आयोजक के करीबी के विवादित बोल से मचा घमासान


रविवार को मुंगेली नगर पालिका अध्यक्ष हेमेंद्र गोस्वामी ने अपने जन्मदिन पर कुमार विश्वास नाइट का आयोजन किया था, जिसमें बतौर अतिथि मुख्यमंत्री भी शामिल हुए। पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश के चलते यह अंदेशा था कि इस कार्यक्रम में भी बारिश बाधा पहुंचाएगी और हुआ भी वही। लेकिन चर्चा आयोजन को लेकर नहीं बल्कि भगवान राम के विरोध को लेकर हो है।
दरअसल कुमार विश्वास के मंच पर पहुंचने से पहले साउंड सिस्टम पर कुमार विश्वास के रामकथा की रिकॉर्डिंग का प्रसारण किया जा रहा था। दर्शक दीर्घा में दर्शक मौजूद थे, तभी हेमेंद्र गोस्वामी के करीबी और आयोजन समिति में शामिल आकाश चंदेल तमतमाया हुआ स्टेज पर आया और माइक लेकर उसने डीजे वाले को लगभग धमकाते हुए कहा कि चल रहे रामकथा को तुरंत बंद किया जाए। आकाश चंदेल ने बेहद रूखे और आपत्तिजनक तरीके से कहा कि यहां सिर्फ कुमार विश्वास की कविताएं चलेंगी, रामकथा नहीं। ऐसा कहते हुए उसने राम भक्त और हिंदुओं की भावनाओं का जरा भी ख्याल नहीं किया।

राम भक्तों ने किया कार्यक्रम का बहिष्कार


इसे भगवान श्री राम एवं हिंदुओं का अपमान और राम विरोध बताते हुए तत्काल सैकड़ों श्रोता कार्यक्रम का बहिष्कार कर उल्टे पांव लौट गए । लोगो ने आयोजन स्थल पर ही अपना कड़ा विरोध दर्ज कराया, लेकिन आयोजन समिति के कर्ताधर्ताओ ने आकाश चंदेल को रोकने या हुई भूल के लिए क्षमा मांगने की जरा भी कोशिश नहीं की। इतना ही नहीं जब यह मामला तूल पकड़ने लगा तो मामले में लीपापोती शुरू हो गई। तरह-तरह के बहाने बनाते हुए आकाश चंदेल को क्लीन चिट दिया जाने लगा।

फ्लॉप रहा शो

हालांकि कुछ देर में ही झमाझम हुई बारिश ने पूरे आयोजन का पलीता लगा दिया। कुमार विश्वास और मुख्यमंत्री की अपील भी बेअसर रही और श्रोता सर पर कुर्सी लिए भाग खड़े हुए।

लोगों का आरोप है कि अकेले आकाश चंदेल की इतनी हिम्मत नहीं कि वह सार्वजनिक मंच पर आकर इस अभद्र तरीके से रामकथा को बंद कराएं। उसके पीछे जरूर कोई और ताकत है , जिसने उसे ऐसा करने का निर्देश दिया होगा, इसलिए आयोजन समिति ही आलोचना का शिकार हो रही है। जाहिर है जिस मकसद से यह आयोजन किया गया था वो तो पूरा हुआ नहीं, उल्टे नया विवाद गले पड़ गया।

बारिश ने कार्यक्रम को धोया

जानकार बता रहे हैं कि आगामी चुनाव की तैयारी में ही हेमेंद्र गोस्वामी ने यह आयोजन किया था, लेकिन अब ये उल्टे उनके ही गले का फांस बन गया है। लोग उन्हें राम विरोधी करार दे रहे हैं ।

अब दी जा रही है सफाई

जिस तरह से उनके आयोजन के दौरान उनके करीबी ने भगवान श्रीराम का अपमान किया, उसे बिल्कुल ना काबिले बर्दाश्त बताया जा रहा है । सोशल मीडिया पर भी यह मुद्दा छाया हुआ है और मुंगेली के हर चौक चौराहे पर भी इसे लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। तमाम सोशल मीडिया पर लोग इस घटना की तीखी आलोचना कर रहे हैं, तो वही आयोजन समिति के लोग इस पर लीपापोती करते हुए आकाश चंदेल का बचाव करते देखे जा रहे हैं। आकाश चंदेल की हरकतों के लिए उसे दंडित करने की बजाय उसकी पैरवी की जा रही है, जिससे लोगों का गुस्सा और भड़क रहा है । लोगों का कहना है कि आकाश चंदेल ने यह हरकत तुष्टीकरण की नीति के तहत किया है। आकाश चंदेल अपने वोट बैंक को खुश करना चाहता था, इसी अतिउत्साह में उससे यह चूक हो गयी।

लोगों इस बात पर भी चुटकी ली रहे है कि राम के विरोध की सजा भी आयोजन समिति को प्रत्यक्ष मिल गई ।भगवान राम ने अपमान से रुष्ट होकर ऐसी बारिश कराई कि पूरा आयोजन ही फ्लॉप शो साबित हुआ।
वैसे आकाश चंदेल का विवादों से पुराना नाता रहा है। मुंगेली में बजरंग अखाड़ा की जमीन विवाद में भी आकाश चंदेल का नाम रह-रहकर आता रहा है। बताया जा रहा है कि मुंगेली नगर पालिका अध्यक्ष के बेहद करीबी आकाश चंदेल पर उन का वरद हस्त है, जिस कारण से उसने यह दुस्साहस किया है और अब उसके इस अपराध पर भी पर्दा डालने की कोशिश की जा रही है।

भाजपा के हाथ लगा बड़ा मुद्दा


इधर इस मुद्दे को भारतीय जनता पार्टी ने लपक लिया है। स्थानीय भाजपा के नेता इस मुद्दे पर मुखर होकर बोल रहे हैं। उन्हें हेमेंद्र गोस्वामी के विरोध में बैठे बिठाए एक बड़ा मुद्दा हाथ लगा है, जिसे भुनाने में वे कोई कसर छोड़ने वाले नहीं है। अब तीर कमान से छूट जाने के बाद हेमेंद्र गोस्वामी सफाई दे रहे हैं कि वे तो स्वयं राम भक्त है, लेकिन लोग भी पूछ रहे हैं कि अगर हेमेंद्र सच्चे राम भक्त होते तो भगवान राम के ऐसे अपमान पर यूं खामोश नहीं रहते और आकाश चंदेल को तुरंत सबक सिखाते, साथ ही उसे भरे मंच पर माफी मांगने को विवश करते, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। जिससे यही समझा जा रहा है कि आकाश चंदेल ने यह सब कुछ जानबूझकर किया है, जिस पर आयोजन समिति की मौन सहमति है।

आकाश चंदेल

इधर धरती की बेचैनी बादल समझता है फेम कवि का सामना जब बरसते बादलों से हुआ तो वे भी बेबस नजर आए। 20 लाख रुपए लेकर तमाम शर्तों के साथ मुंगेली पहुंचे कुमार विश्वास ने मुश्किल से 20 मिनट भी परफॉर्म नहीं किया और बारिश का बहाना कर वे भी मुख्यमंत्री के पीछे चुपके से खिसक लिए । अलबत्ता आयोजन अपने पीछे बड़ा विवाद छोड़ गया है, जिससे पिंड छुड़ाना फिलहाल आयोजन समिति के लिए आसान नहीं लग रहा। लोकप्रियता हासिल करने के लिए लाखों रुपए खर्च कर हेमेंद्र गोस्वामी ने इतना बड़ा आयोजन करवाया, लेकिन एक आकाश चंदेल की वजह से उनकी पूरी कोशिश पर पानी फिर गया।

बड़ा अवसर गंवाया

जानकार बता रहे हैं कि इस दौरान हेमेंद्र गोस्वामी से बड़ी चूक हुई है, वे चाहते तो हीरो बन सकते थे लेकिन उन्होंने विलेन बनना चयन किया।  जैसे ही आकाश चंदेल से गलती हुई , उन्हें तुरंत आकाश चंदेल को मंच पर लाकर माफी मंगवानी चाहिए थी। इससे उनका कद बहुत बड़ा हो जाता और उनका जनाधार बढ़ने के साथ एक बड़ा वोट बैंक भी उनकी ओर मुड़ जाता, लेकिन उन्होंने ऐसा करने की बजाय आकाश चंदेल के साथ खड़ा रहना बेहतर समझा, जिसका उन्हें राजनीतिक नुकसान होना तय है ।

सोशल मीडिया पर निकल रहा भड़ास

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!