



भगवान विष्णु के छठवें आवेश अवतार भगवान परशुराम की जयंती शनिवार को धूमधाम से मनाई गई । इस अवसर पर विगत 40 वर्षों से निभाई जा रही परंपरा के अनुसार शीतला मंदिर से भव्य कलश और शोभायात्रा निकाली गई। दोपहर बाद भगवान परशुराम की विशाल जीवंत झांकी, गाजे-बाजे, ढोल ताशे के साथ यह शोभायात्रा निकली, जिसमें लोक नृत्य कलाकार भी शामिल रहे। सैकड़ों की संख्या में महिलाएं सिर पर कलश लेकर शोभायात्रा में शामिल हुई, तो वही बिलासपुर के विप्र समाज के अलावा सभी सनातनी धर्म प्रेमी भगवान परशुराम जयंती शोभायात्रा का अंग बने।


इस शोभायात्रा में भगवान परशुराम , शिव और अन्य झांकियां भी सम्मिलित रही। जगह-जगह शोभायात्रा का स्वागत सत्कार किया गया। पुष्प वर्षा कर शोभायात्रा का स्वागत करते हुए जगह-जगह जल, शरबत, मिठाई, फल आदि का वितरण किया गया। बिलासपुर के गोल बाजार चौक, देवकीनंदन चौक सहित विभिन्न क्षेत्रों में इस शोभायात्रा का स्वागत किया गया। इस शोभायात्रा में हजारों की संख्या में सनातनी शामिल हुए। शोभा यात्रा का समापन देवकीनंदन चौक पर हुआ, जहां भगवान परशुराम की महाआरती की गई। इससे पहले शनिवार सुबह को परशुराम जयंती के अवसर पर प्रभातफेरी भी निकाली गई।



