

इस वर्ष भगवान परशुराम जयंती और अक्षय तृतीया 22 अप्रैल शनिवार को है ।विप्र समाज और समस्त सनातनी धर्म प्रेमियों का मानना है कि जिस दिन भगवान परशुराम की जयंती है, हमेशा की तरह उसी दिन शोभा यात्रा निकलनी चाहिए। इस में किसी किंतु या परंतु की कोई गुंजाइश नहीं है । इसी कारण से हर वर्ष की भांति इस बार भी समस्त विप्र समाज एवं समस्त सनातनी धर्म प्रेमियों द्वारा भगवान परशुराम जयंती अवसर पर 22 अप्रैल शनिवार को भव्य कलश यात्रा एवं शोभायात्रा निकाली जाएगी । इसकी तैयारी जोर-शोर से जारी है। परशुराम जयंती पर शाम 4:00 बजे गांधी चौक पुराना हाईकोर्ट के पास शीतला मंदिर से शोभा यात्रा आरंभ होगी । शहर का भ्रमण कर यह देवकीनंदन चौक पहुंचेगी जहां महाआरती के साथ शोभायात्रा का समापन होगा। रास्ते भर इस शोभायात्रा का स्वागत किया जाएगा। आयोजन समिति ने कहा कि भगवान परशुराम किसी एक वर्ण के भगवान नहीं है । पिछले कुछ सालों में भगवान को भी जातियों में बांटने की कुचेष्टा जारी है। ना तो भगवान श्री कृष्ण केवल यादव के हैं और ना भगवान परशुराम केवल ब्राह्मणों के। सनातनी परंपराओं में भगवान विष्णु के अवतार सभी के आराध्य है । इसलिए इसमें सभी सनातनी पारंपरिक वस्त्रों में शामिल होंगे। सर्व सनातन धर्म की ओर से 22 अप्रैल शनिवार को निकलने वाले भव्य कलश एवं शोभायात्रा में अधिक से अधिक संख्या में सभी से शामिल होने का आग्रह किया गया है।

