
आलोक मित्तल

बिलासपुर में गोवर्धन यादव उर्फ तेजउ यादव निवासी जोरापारा की 6 फरवरी को अमेरी में हुई संदिग्ध मौत के मामले में परिजनों का विरोध प्रदर्शन खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। इस मामले में परिजनों की मांग पर एसपी संतोष सिंह ने एक अलग जांच टीम बनाई थी, जिसके रिपोर्ट के आधार पर कार सवार स्वप्निल गुप्ता, सौरभ शिंदे, सुयश केडिया और शोभा मधुकर के खिलाफ 304A और 325 के तहत मामला दर्ज हुआ।
इधर आरोपियों का कहना है कि घटना वाली रात मृतक तेजउ शराब के नशे में धुत था और गाड़ी नहीं चला पा रहा था। इसलिए उन्होंने उसे रुकने के लिए कहा। गाड़ी रुकते ही वह उतरकर भागने लगा। इसी दौरान वह नाली में गिरकर चोटिल हुआ और उसकी मौत हो गई। पुलिस जांच में भी कार के भीतर ड्राइवर के साथ मारपीट करने के कोई निशान नहीं मिले हैं।

पुलिस अपनी जांच पूरी कर चुकी है लेकिन इस मुद्दे पर कभी नकली गांधी प्रदर्शन करता दिख रहा है तो कभी यादव समाज।
जिला यादव समाज ने इसी मुद्दे पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। अब भी इस मामले में निष्पक्ष न्यायिक जांच की मांग की जा रही है। आरोपियों के खिलाफ धारा 302 के तहत अपराध दर्ज कराने की मांग है। साथ ही मृतक की पत्नी मीनाक्षी यादव को शासकीय सेवा देने की मांग भी यादव समाज ने की है। विज्ञप्ति में यह चेतावनी भी दी गई कि अगर 14 अप्रैल से पहले दोषियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं होती तो फिर यादव समाज उग्र आंदोलन करेगा। बड़ी संख्या में यादव समाज के लोगों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर अपना विरोध दर्ज कराया।

