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प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत हितग्राहियों से छत छीनने का आरोप लगाते हुए भारतीय जनता पार्टी ने बिलासपुर विधानसभा में विधायक शैलेश पांडे के बंगले का घेराव किया, हालांकि वे उस वक्त राजधानी रायपुर में थे। भाजपा नेताओं का आरोप है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर के छत विहीन जरूरतमंदों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उन्हें पक्का मकान मुहैया कराना सुनिश्चित किया है , लेकिन राज्य सरकार केवल अपनी राजनीति चमकाने के लिए केंद्र सरकार की योजना को पलीता लगा रही है, लेकिन इसका खामियाजा गरीब आदमी उठा रहा है।

छत्तीसगढ़ में इस योजना का नामकरण मोर आवास मोर अधिकार कर दिया गया लेकिन राज्य सरकार ने अपना राज्य अंश इसके लिए आवंटित नहीं किया, इसलिए प्रस्तावित 16 लाख आवास में से करीब 5 लाख आवास की केंद्रीय राशि वापस लौटा दी गई। इससे गरीबों को पक्का मकान मिलने की आशा जाती रही। आंदोलन में शामिल भाजपा नेताओं ने कहा कि राज्य में कांग्रेस सरकार आते ही उन्होंने गरीबों को पक्का मकान देने की योजना पर रोक लगा दी। 2011 की सर्वे सूची के अनुसार छत्तीसगढ़ में लगभग 8 लाख गरीबों के आवास स्वीकृत थे, जिसके लिए केंद्र सरकार द्वारा प्रदेश की कांग्रेस सरकार को समय से ही राशि आवंटित की जा चुकी है, लेकिन राज्य सरकार द्वारा राज्य का अंशदान नहीं देने के कारण प्रधानमंत्री आवास योजना का काम बंद पड़ा है । इसे लेकर प्रदेश व्यापी आंदोलन किया जा रहा है। जिस स्थान पर कांग्रेस के विधायक है वहां विधायक के निवास का घेराव किया जा रहा है और जहां कांग्रेस के विधायक नहीं है वहां एसडीएम कार्यालय का घेराव किया जा रहा है ।

इसी कड़ी में बुधवार को बिलासपुर भाजपा ने विधायक शैलेश पांडे के शासकीय आवास का घेराव किया और कहा कि गरीबों के हित पर डाका डालने वाली सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। प्रधानमंत्री आवास योजना के 16 लाख आवास को राज्य सरकार द्वारा बंद किए जाने से आक्रोशित जनता अगले चुनाव में कांग्रेस को घर बिठाएगी। दोपहर को भाजपा नेता नेहरू चौक पर एकत्रित हुए, जहां जनसभा के बाद विधायक के ससरकारी आवास का घेराव किया गया और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गयी। इस दौरान भाजपा नेताओं ने बिलासपुर विधायक को भी नकारा और हमेशा रोने वाला बताया।
