संसदीय सचिव श्रीमती सिंह ने रीपा की स्थापना के लिए किया शिलान्यास
ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देने जिले के 8 गौठान में बनेगा रीपा
बिलासपुर , 2 अक्टूबर 2022/मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की जयंती पर प्रदेश भर के गोठानो में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क योजना का वर्चुअल शुभारम्भ किया। संसदीय सचिव एवं तखतपुर विधायक श्रीमती रश्मि आशीष सिंह ने चयनित 8 गोठानो में महात्मा गांधी रूलर इंडस्ट्रीज पार्क (रीपा) की स्थापना के लिए शिलान्यास किया। जिले में रीपा के तहत जिला स्तरीय कार्यक्रम तखतपुर ब्लॉक के ग्राम बेलपान में संसदीय सचिव श्रीमती रश्मि सिंह के मुख्य आथित्य में हुआ।
उन्होंने बेलपान से 8 रीपा का शिलान्यास किया। इनमें जनपद पंचायत कोटा के ग्राम पंचायत कंचनपुर, मझगांव, मस्तूरी के परसदा वेद, बेल्टुकरी, तखतपुर के गनियारी, बेलपान और बिल्हा के अकलतरी और धौरामुड़ा गौठान शामिल है। ग्रामीण औद्योगिक पार्क कंचनपुर में मिल्क प्रोसेसिंग, मिनी पशु आहार, एचडीपीई बैग निर्माण, मझगांव में पोल्ट्री लेयर बर्ड चिक, मशरूम, नमकीन निर्माण ईकाई लगेगी। परसदा वेद में फ्लाई ऐश ब्रिक्स, डिटर्जेंट निर्माण, मशरूम इकाई लगेगी। बेल्टुकरी में माइक्रोलेयर पोल्ट्री, बेकरी निर्माण, गारमेंट निर्माण, गनियारी में टासरसेलिंग, गारमेंट निर्माण, रेस्टोरेंट, बेलपान में मशरूम उत्पादन, मसाला प्रसंस्करण यूनिट स्थापित होगा।अकलतरी में मिनी पशु आहार इकाई, माइक्रोलेयर पोल्ट्री और धौरामुडा में बांस उत्पादन, मत्स्य पालन और पोहा उत्पादन की ईकाई स्थापित होगी। प्रत्येक रीपा के लिए दो-दो करोड रुपए स्वीकृत है।
इस राशि से मशीनरी, शेड निर्माण, रोड, बिजली, पानी आदि कार्य शामिल हैं। संसदीय सचिव श्रीमती सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि रीपा के माध्यम से जिला आर्थिक विकास की ओर बढ़ेगा। उन्होंने इस योजना के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस योजना से रोजगार का रास्ता निकला है। रीपा के माध्यम से गांव आत्मनिर्भर होंगे।
इस अवसर पर बिलासपुर विधायक श्री शैलेष पांडे, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री अरूण सिंह चौहान, जिला पंचायत सदस्य श्री जितेन्द्र पांडे, सरपंच श्रीमती सुनीता यादव,कलेक्टर श्री सौरभ कुमार, जिला पंचायत सीईओ श्रीमती जय श्री जैन, श्री विजय केसरवानी, श्री विजय पांडे, बड़ी संख्या में महिला स्वसहायता समूहों की महिलाएं, ग्रामीणजन, किसान एवम अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे