प्रदेश में कांग्रेस सरकार की शह पर षडयंत्र पूर्वक, सुनियोजित तरीके से लक्ष्य करके भारतीय जनता पार्टी के नेता, कार्यकर्ताओं की हत्या किए जाने के विरोध में भाजपा द्वारा 17 फरवरी को बस्तर के 12 विधानसभा क्षेत्र छोड़कर प्रदेश के सभी 78 विधानसभा क्षेत्र में दोपहर 2 बजे से शाम 4 बजे तक प्रदेश की 400 से अधिक सड़कें जाम की जाएंगी। इसी के तहत कोरबा विधानसभा में भी सीतामनी पर सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा
इससे पहले कोरबा विधानसभा प्रभारी रामा राव ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं की लगातार हत्या हो रही है। सरकार कोई संज्ञान नहीं ले रही है। उल्टे भाजपा के बलिदानी कार्यकर्ताओं की शहादत पर ओछी राजनीति की जा रही है। सरकार में बैठे लोग भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या की बढ़ती वारदातों पर परदा इसलिए डाल रहे हैं क्योंकि पटकथा इन्हीं की लिखी हुई है। राजनीतिक षड्यंत्र के दौर में लगातार रक्तपात के मामलों में बलिदान देने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। यह षड्यंत्र की राजनीति चुनाव प्रभावित करने के लिए की जा रही है। साफ तौर पर षड्यंत्र की बू आ रही है। लेकिन भाजपा के कार्यकर्ता इसका डटकर मुकाबला कर रहे हैं।
रामाराव ने यह भी कहा कि कांग्रेस द्वारा षडयंत्र पूर्वक जिस तरह से सुनियोजित तरीके से भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं को निशाने पर लिया जा रहा है, उनकी हत्या हो रही है, इससे पूरा प्रदेश अशांत है , आम जनता में भय व्याप्त है ,राज्य की राजधानी तक सुरक्षित नहीं है। उन्होंने कहा षडयंत्र पूर्वक लोकतंत्र की आवाज दबाने का यह प्रयास भारतीय जनता पार्टी सफल नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार और उनके अधिकारी समझ लें कि जब-जब लोकतंत्र के हरण का प्रयास हुआ, लोकतंत्र को दबाने की कोशिश की गई तब तब जनता ने इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया और आतताई सत्ता को उखाड़ फेंका है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कभी भी अपने इतिहास से सबक नहीं लेती। वह पहले जिस तानाशाही और षड्यंत्रकारी राजनीति के कारण धराशायी हुई है, वैसे ही अब ध्वस्त होने वाली है। छत्तीसगढ़ में क्रांतिकारी परिवर्तन होगा। इस नकारा सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकने भाजपा पूरे प्रदेश में आम जनता के साथ सड़क पर उतर रही है।
आपको बता देते कि बस्तर में कथित तौर पर नक्सलियों द्वारा एक के बाद एक भाजपा नेताओं की हत्या की जा रही है, जिसे लेकर प्रदेश की राजनीति गर्म है। लोकसभा में लगातार यह मुद्दे भाजपाई सांसद उठा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने भी इस मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी से जांच कराने की बात कही है क्योंकि लगातार आरोप लग रहे हैं कि इन हत्याओं के पीछे राजनीतिक साजिश और संरक्षण है।