

बिलासपुर रेलवे क्षेत्र के दो प्रसिद्ध खेल मैदानों में से एक नॉर्थ ईस्ट इंस्टिट्यूट की देखभाल चुनी हुई कमेटी करती है। नॉर्थ ईस्ट इंस्टिट्यूट प्रबंधन समिति का त्रि वार्षिक चुनाव आगामी 9 और 10 फरवरी को होने जा रहा है। कुल 11 पदों के लिए समिति के 1051 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। अलग-अलग बैनर से चुने हुए प्रत्याशी सेक्रेटरी और अन्य पदाधिकारियों का चयन करेंगे।

बिलासपुर का नॉर्थ ईस्ट इंस्टिट्यूट मैदान बिलासपुर की पहचानो में से एक है, जहां वर्षभर खेल, संस्कृति, कला एवं शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होते हैं, तो वहीं रेलवे क्षेत्र में खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने एवं नए खिलाड़ियों को अवसर देने के मामले में भी नॉर्ट ईस्ट इंस्टिट्यूट प्रबंधन की सराहनीय भूमिका रही है। हालांकि इसी मैदान का कुछ हिस्सा सेकरसा की देखभाल में भी है। फिर भी नॉर्थ ईस्ट इंस्टिट्यूट मैदान को ही प्रमुख खेल मैदान माना जाता है, इसीलिए इस प्रतिष्ठा पूर्व चुनाव में इस बार 4 पैनल मैदान में हैं।

खिलाड़ी पैनल का दावा है कि उनके सभी प्रत्याशी वास्तव में खिलाड़ी है और लगातार खेलों से जुड़े हुए हैं। पैनल का कहना है कि खिलाड़ी ही खिलाड़ियों की समस्या और मैदान की स्थिति को बेहतर समझ सकता है, इसलिए वे मतदाताओं से खिलाडी पैनल को जिताने की अपील कर रहे हैं। खिलाड़ी पैनल के अलावा परिवर्तन, यंगस्टर और वंदे भारत चैनल भी मैदान में है । प्रत्येक मतदाता को 11 वोट देने का अधिकार होगा। हर पैनल से 11 प्रत्याशी मैदान में है, जिन्हें एक नंबर आवंटित किया गया है। इसी पर मतदाताओं को वोट देना है। आगामी 9 एवं 10 फरवरी को सुबह 8:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक मतदार होगी की प्रक्रिया होगी और अगले दिन मतों की गणना के साथ विजेताओं के नाम घोषित होंगे। फिलहाल इसे लेकर रेलवे क्षेत्र में गहमागहमी नजर आ रही है। रेलवे कार्यालयों के समक्ष पोस्टर भी दिख रहे हैं, तो वही प्रत्याशी और उनके समर्थक नॉर्थ ईस्ट इंस्टिट्यूट के सदस्यों से निरंतर संपर्क बनाए हुए हैं।

यह चुनाव इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि चुने हुए प्रत्याशियों की समिति ही अगले 3 सालों तक नॉर्थ ईस्ट इंस्टिट्यूट मैदान की जिम्मेदारी संभालेगी। वर्तमान में यहां कई समस्याएं भी है। मुख्य मैदान अच्छी स्थिति में नहीं है, जिस पर काम करने की आवश्यकता है। गैलरी भी बहुत पुरानी हो चुकी है। यहां लगातार खिलाड़ियों का दबाव बढ़ता जा रहा है। समिति द्वारा संचालित जिम में भी उपकरणों की आवश्यकता है। पार्किंग में चोरी जैसी समस्याएं देखी जा रही है, जिस पर भी अंकुश की आवश्यकता है । यहां ओपन जिम में भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं साथ ही मैदान में टहलने के लिए आने वाले लोगों की संख्या भी कम नहीं है। ऐसे लोग भले ही इस समिति के सदस्य और मतदाता ना हो लेकिन उनकी निगाह भी इस चुनाव पर टिकी हुई है।

