

पहले शादी विवाह और धार्मिक रैली के नाम पर बवाल हुआ करता था, अब तो देशभक्ति के नाम पर भी हंगामा करने से असामाजिक तत्व बाज नहीं आ रहे हैं। एकता और अखंडता के लिए निकली रैली में शामिल लोग आपस में एकता कायम नहीं रख पाए और एक दूसरे पर जमकर लात घूंसे चलाए गए। बिलासपुर में गणतंत्र दिवस पर आजकल झंडा और डीजे लेकर रैली करने का नया चलन चल पड़ा है। अधिकांश इसमें इलाके के वही तत्व नजर आते हैं जिनकी पहचान शरीफों में तो नहीं होती। गणतंत्र दिवस पर गुरुवार को भी शहर में जगह-जगह इसी तरह की रैली निकली ।चकरभाटा थाना क्षेत्र में भी अलग-अलग गुट के युवक डीजे के साथ दोपहर में रैली निकालकर क्षेत्र का भ्रमण कर रहे थे। इसी दौरान दोपहर करीब 12:30 बजे नयापारा ओवर ब्रिज के पास दो रैली आमने-सामने हो गई। जैसा की दुर्गा विसर्जन के दौरान हुआ था, वैसा ही आपसी वर्चस्व दिखाने की होड़ में दोनों पक्ष के युवक एक दूसरे से भिड़ गए। दोनों पक्ष के लोगों के बीच लाठी-डंडे लात घूंसे चलने लगे।

बताया जा रहा है कि यहां गैंगवार की तर्ज पर अलग-अलग ग्रुप है, जिनमें आपसी संघर्ष होता रहता है। चकरभाटा में भी भास्कर वर्मा नाम युवक अपना गैंग चलाता हैं , जिसे फायर ग्रुप का नाम दिया गया है। इसी ग्रुप का सामना दूसरे ग्रुप से हो गया, जिसके बाद दोनों पक्ष एक दूसरे पर लात घुसे बरसाते दिखे। सूचना पाकर पुलिस पेट्रोलिंग टीम मौके पर पहुंचे लेकिन पुलिस के सामने भी यही सब कुछ जारी रहा, जिसके बाद पुलिस दोनों पक्ष के डीजे को जप्त कर थाने ले आई । इस मामले में सुनील साहू लल्ला पांडे भास्कर वर्मा राजा धुरी कमलेश लुनिया रितेश पांडे नविन महाराज गोलू विदेशी शुभम पांडे विक्रम सिंह काव्य गढेवाल जैसे कई नाम सामने आए हैं। पुलिस का कहना है कि किसी भी पक्ष ने शिकायत नहीं की है इसलिए वह किसी खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है। दिलचस्प पहलू यह है कि रैली निकालकर यह बताने का प्रयास किया जा रहा था कि हम सब भारत माता की संतान एक है और उद्देश्य एकता दर्शाने का था लेकिन यह लोग आपस में ही भिड़ गए, अर्थात अपने ही घर में एकता नहीं हो रही है और पूरे देश में एकता का संदेश देने येनिकले थे।
