एक बार फिर नजर आई जिला अस्पताल के चिकित्सक की संवेदनशीलता, इलाज के लिए अस्पताल में भटक रही बीमार बच्ची की जानकारी मिलने पर खुद सर्जन ने दिलचस्पी दिखाकर उपलब्ध कराया इलाज, लापरवाह कर्मचारियों को लगाई फटकार भी

जिला अस्पताल में 8 दिन की बच्ची का उपचार के आभाव में तबियत बिगड़ने का मामला सुर्खियों में है।बताया जा रहा है कानन पेंडारी के पास रहने वाले प्रीत मरावी पत्नी सरस्वती मरावी की 8 दिन की बच्ची कमजोर थी।पिछले दो दिन से बच्ची ठीक से दूध नही पी पा रही थी।इससे बच्ची की हालत और ज्यादा गम्भीर हो गयी।इसलिए परिजन बच्चों को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे।जहां पर्ची काउंटर में अत्यधिक भीड़भाड़ थी।इसलिए परिजन कतार में ना लगकर बीच से ही पर्ची कटवाने प्रयास करते रहे जिसपर ऑपरेटर ने कहा कि अभी भीड़ है बाद में आओ।इसके बाद परिजन हेल्प डेस्क पहुंचे जहां से उन्हें नए भवन के तीसरे मंजिल एसएनसीयू जाने कहा गया।लेकिन परिजन भी अस्पताल व गार्डन में घूमते रहे।

इस तरह समय धीरे-धीरे समय बीतता रहा। इससे बच्ची की हालत और भी ज्यादा गंभीर हो गई।इसकी जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे सिविल सर्जन ने पहले तो अस्पताल के समस्त कर्मचारियों को जमकर फटकार लगाया। उसके बाद अचेत अवस्था में पड़ी बच्ची को उपचार के लिए एसएनसीयू में भर्ती कराया।सिविल सर्जन ने कहा कि मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी।वहीं बच्ची की हालत अभी गंभीर बताई जा रही है।

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