

भाजपा के अभेद किले मुंगेली जिले में एक बार फिर नगर पालिका अध्यक्ष हेमेंद्र गोस्वामी ने भाजपा को बड़ी पटखनी दी है। पिछले लंबे अरसे से मुंगेली जिले में लोकसभा से लेकर निकाय में भी भाजपा का ही दबदबा रहा है, लेकिन हेमेंद्र गोस्वामी ने इसे कड़ी चुनौती देते हुए न सिर्फ नगर पालिका परिषद में अपना कब्जा जमाया बल्कि अध्यक्ष बनने के लिए उन्होंने भाजपा पार्षदों में भी सेंध लगा दी थी। इसे लेकर भाजपा ने अनुशासनात्मक कार्यवाही भी की थी। लेकिन अब भाजपा के 3 पार्षद एलानी तौर पर कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। मुंगेली नगर पालिका परिषद के तीन भाजपा पार्षद मोना नागरे, आनंद सोनी जांगड़े और मोतिम बाई ने सोमवार को पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम के समक्ष कांग्रेस प्रवेश करते हुए सदस्यता ग्रहण किया। इस मौके पर मुंगेली जिला संगठन प्रभारी मुंगेली के जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सागर सिंह बैस, पूर्व विधानसभा प्रत्याशी राकेश पात्रे, शहर अध्यक्ष स्वतंत्र मिश्रा, संजय यादव जिला महामंत्री देवेंद्र वैष्णव आदि मौजूद रहे।
पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम ने इसे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सुशासन का प्रभाव बताया, तो वहीं उम्मीद जताई कि आगामी विधानसभा चुनाव में मुंगेली जिले के तीनों सीट पर कांग्रेस अपना परचम लहराएंगी। एक तरफ भारतीय जनता पार्टी ने मुंगेली जिले के अरुण साव को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बनाया है और उनके ही जिले के पार्षद अपनी पार्टी छोड़कर कांग्रेस में जा रहे हैं। यह उनकी बड़ी नाकामी है तो वहीं इस पूरे घटनाक्रम को मुंगेली नगर पालिका परिषद अध्यक्ष हेमेंद्र गोस्वामी की कुशल रणनीति का प्रभाव बताया जा रहा है। इस घटनाक्रम का आने वाले चुनावों पर क्या असर पड़ेगा, यह देखना भले ही दिलचस्प हो, लेकिन फिलहाल तो मुंगेली में कांग्रेस हर मोर्चे पर बीस साबित हो रही है।
