

भगवान श्रीराम ने अहंकारी रावण का वध विजयादशमी पर किया था, उसी की याद में देशभर में इस दिन रावण कुंभकरण और मेघनाथ के पुतले दहन किए जाते हैं। बिलासपुर में ऐसे तो कई छोटे-बड़े आयोजन होते हैं, लेकिन सबसे बड़ा आयोजन रेलवे नॉर्थ ईस्ट इंस्टिट्यूट मैदान में किया जाता है, जिसमें बिलासपुर ही नहीं बल्कि आसपास के गांव से हजारों की संख्या में लोग पहुंचते हैं । आयोजन का यह 72 वा साल है। इस बार भी हिंदुस्तानी सेवा समाज द्वारा 65 फीट ऊंचे रावण का निर्माण किया गया है। चांटीडीह में रहने वाले ज्ञानेश्वर कामले ने ₹55 हज़ार में यह रावण तैयार किया है।

बुधवार शाम 6:00 बजे अतिथि विधायक शैलेश पांडे, सांसद अरुण साव, रेलवे डीआरएम आदि की उपस्थिति में रावण का दहन किया जाएगा। इससे पहले अकलतरी के रामलीला मंडली द्वारा रेलवे नॉर्थ ईस्ट इंस्टिट्यूट मैदान में राम रावण युद्ध और रावण वध का प्रसंग प्रस्तुत किया जाएगा। रावण दहन के साथ यहां आकर्षक आतिशबाजी भी की जाएगी । इस पर भी ₹50000 से अधिक का खर्च आने वाला है । हजारों की संख्या में लोग इस दिन रावण दहन देखने पहुंचेंगे, जिसकी तैयारी पूरी कर ली गई है ।आयोजन समिति के सी नवीन कुमार ने बताया कि रावण दहन के पश्चात रामलीला मंच पर अंतिम दिन का प्रसंग भगवान श्री राम का राजतिलक और राज्य अभिषेक किया जाएगा, जिसके साथ रामलीला का समापन होगा।

