

आलोक मित्तल

पिछले दिनों माननीय न्यायालय ने सहमति से शारीरिक संबंध बनाने के मामले में एक आरोपी को दोष मुक्त करते हुए इस पर पुनर्विचार करने की बात कही थी, क्योंकि इस तरह के मामले थानों में भरे पड़े हैं, जहां शादी के नाम पर नाबालिक को भगा ले जाने वाले भारी संकट में पड़ जाते हैं। युवावस्था में किसी पर दिल आ जाना स्वाभाविक है। खासकर कम पढ़े लिखे और ग्रामीण वर्ग के लोग कानून और उम्र की पुख्ता जानकारी ना होने से यह गलती कर बैठते हैं। इसी तरह का आरोप सिलपहरी डिपरा पारा में रहने वाले 21 वर्षीय सुजीत यादव पर भी लगा है।
सरकंडा क्षेत्र में रहने वाली नाबालिग किशोरी घर में बिना किसी को बताए कहीं गायब हो गई थी। परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की जानकारी सरकंडा थाने में दी। नाबालिक के मामले में आरोपी की तलाश करते हुए पुलिस सिलपहरी के सुजीत यादव के घर पहुंच गयी, जहां उन्हें नाबालिक मिल गई। बताया जा रहा है कि सुजीत यादव नाबालिक को शादी की बात कह कर अपने साथ भगा कर लाया था और दोनों पति-पत्नी की तरह रह रहे थे। क्योंकि लड़की नाबालिक थी इसलिए पुलिस ने सुजीत यादव को अपहरण और बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। मामला अगस्त 2021 का है जिस मामले में पुलिस को अब जाकर कामयाबी हाथ लगी है।

