अलोक मित्तल
भू माफियाओं की नजर जिस जमीन पर गड़ गई, उसे वे किसी भी तरह हासिल करने पर आमादा है। इसके लिए चाहे किसी के साथ मारपीट करनी पड़े, किसी का अपहरण करना पड़े, किसी की जान लेनी पड़े या फिर किसी को झूठे मामले में फंसाना पड़े। वे जमीन का टुकड़ा हासिल करने के लिए कुछ भी कर गुजर सकते हैं। ऐसे ही दुर्दांत भू माफियाओं ने शहर के युवक और उसके मां का अपहरण कर लिया और उन्हें झूठे मामले में फंसाने की धमकी देने लगे ।
तोरवा मेन रोड निवासी पीयूष गंगवानी की पैंडलवार नर्सिंग होम के पास मकान है। गंगवानी प्रोविजन के नाम से उनकी किराने की दुकान है । पेंडलवार नर्सिंग होम के पास उनकी बेशकीमती 4000 स्क्वायर फीट की जमीन है, जिस पर भूमाफिया और आदतन बदमाश ऋषभ पानीकर और नरेंद्र मोटवानी की नजर है। 20 अक्टूबर की शाम पीयूष गंगवानी अपनी मां के साथ स्कूटी में गोल बाजार सामान खरीदने जा रहा था। गांधी चौक मल्टीपरपज स्कूल के पास उन पर नरेंद्र मोटवानी और ऋषभ पानीकर की नजर पड़ी। मां बेटे को रोककर उन्होंने बलपूर्वक अपनी कार में बिठा लिया और फिर उन्हें ऋषभ पानीकर के दयालबंद स्थित ऑफिस ले गए। जहां पहले से ही एक युवती मौजूद थी। नरेंद्र मोटवानी और ऋषभ पानीकर ने दोनों से कहा कि पैंडलवार हॉस्पिटल वाली जमीन उन लोगों को दे दे नहीं तो दोनों को जान से मार दिया जाएगा।
जब पीयूष ने जमीन बेचने से मना किया तो दोनों गाली गलौज और मारपीट पर उतर आए। आरोपियों ने यह भी धमकी दी कि अगर पीयूष उनके नाम जमीन नहीं करता तो वहां मौजूद उनकी साथी युवती उसे दुष्कर्म के झूठे आरोप में फंसा कर जेल भेज देगी।
नरेंद्र और ऋषभ ने उसकी मां को भी जान से मारने की धमकी दी। दोनों मां-बेटे को करीब 1 घंटे तक ऑफिस में बंधक बनाकर रखा। काफी मिन्नत मांगने और थाने में शिकायत नहीं करने के वायदे पर दोनों को छोड़ा गया ।पीयूष ने बताया कि इससे पहले भी नरेंद्र मोटवानी और ऋषभ पानीकर उसका अपहरण कर उसे दयालबंद ऑफिस ले गए थे और वहां मारपीट की थी, लेकिन डर की वजह से वह थाने नहीं आया ।इसलिए उनकी हिम्मत बढ़ गई है। घटना के काफी दिनों बाद हिम्मत कर उसने पुलिस में शिकायत दर्ज की।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 341 363 365 342 386 294 506 323 34 के तहत मामला पंजीबद्ध कर दोनों आरोपियों को पकड़ लिया। हालांकि पुलिस को देखकर दोनों भागने की कोशिश कर रहे थे। गिरफ्तारी के दौरान ऋषभ पानीकर के घर से 10.985 लीटर अंग्रेजी शराब भी मिला है, जिसे जप्त करते हुए पुलिस ने उसके खिलाफ आबकारी एक्ट की भी कार्यवाही अलग से की है ।
इससे पहले भी कई मामलों में इन दोनों के नाम आ चुके हैं। ये केवल जमीन कारोबारी भर नहीं है, बल्कि जमीन हथियाने के लिए वे अपराध करने से भी गुरेज नहीं करते । ऐसे ही लोगों की वजह से आज सामान्य लोगों के पास कीमती जमीन होना खतरनाक बन चुका है।