शराब पिलाने से मना किया तो भाई ने पत्थर से कुचलकर भाई की ले ली जान, बिल्हा हत्याकांड को पुलिस ने 24 घंटे में सुलझाया

आलोक मित्तल

एक बोतल शराब के लिए भाई ने अपने ही भाई की जान ले ली । गौरा- गौरी पूजा देखने गए युवक की अगली सुबह रक्तरंजित लाश मिली। बिल्हा थाना से करीब 15 किलोमीटर दूर ग्राम बोड़तराई गांव में रहने वाला खोर बहरा ईट भट्टा में काम करता था। हर साल वह कमाने खाने दूसरे राज्य चला जाता था। इस बार भी वह बाहर ही था, लेकिन दीवाली मनाने गांव आया था।
मंगलवार की रात वो गौरा गौरी पूजा देखने गया था और फिर घर नहीं लौटा। सुबह उसकी लाश मिली । पुलिस ने उसके साथ अंतिम समय देखे गए संदेही को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पुलिस ने इसके लिए डॉग स्क्वाड का भी सहारा लिया । खोजी कुता मृतक खोर बहरा ध्रुव के भाई चैतू उर्फ कोंडा ध्रुव को देखकर भौंकने लगा। पुलिस ने पता किया तो पता चला कि मृतक को अंतिम बार चैतू के साथ ही हाई स्कूल की तरफ जाते देखा गया था। उसके बाद चैतू ध्रुव वापस अकेला ही लौट गया था।


चैतू को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो वह पुलिस को गुमराह करता रहा। यहां तक कि शातिर आरोपी ने अपने स्थान पर गब्बर ध्रुव को भी फसाने की कोशिश की। उसने बताया कि गब्बर और उसने खोर बहरा से शराब पीने के लिए पैसे मांगे थे। जब खोर बहरा ने पैसे नहीं दिए तो दोनों ने मिलकर उसकी जान ले ली।
लेकिन पुलिस ने पता किया तो पता चला कि चैतू के साथी गब्बर को उसका बेटा अरविंद किसी काम से अपने साथ बुलाकर घर ले गया था । गब्बर इस हत्याकांड में शामिल नहीं था । एक बार फिर से चेतू से कड़ाई से पूछताछ की गई तो वह टूट गया और उसने बताया कि 25 अक्टूबर को गांव में गब्बर ध्रुव के पास वह और मृतक गौरा गौरी पूजा देखने गए थे । रात करीब 8:00 बजे खोर बहरा, गब्बर और चैतू हाई स्कूल की तरफ एक दुकान गए थे और दुकान से गुटखा लेकर तीनों हाई स्कूल के अंदर जाने लगे। तभी गब्बर का बेटा अरविन्द वहां पहुंचा और अपने पिता को लेकर चलता बना।
चैतू और खोरबहरा हाई स्कूल साइंस पार्क के पास बैठ गए। इस दौरान चैतू ने खोरबहरा से दारु पीने के लिए पैसे मांगे। खोर बहरा ने पैसे नहीं दिए तो गुस्से में चैतू ने उसे धक्का मार के नीचे गिरा दिया और फिर उसके सर पर पत्थर से कई वार कर दिए। जब खोरबहरा की जान चली गई तो लाश को छुपाने के लिए शव को साइंस पार्क के पीछे आड़ में छुपा दिया, लेकिन इतनी कोशिश के बावजूद वह पुलिस को चकमा नहीं दे पाया।
हत्याकांड के करीब 24 घंटे के भीतर ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। खास बात यह है कि हत्यारा मृतक का भाई ही है। हत्यारा बारटोरी बिल्हा में रहता है। शराब का नशा है ही इतना घातक कि इसके लिए लोग खून बहाने से भी गुरेज नहीं करते।

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