आलोक मित्तल
कोरबा- राज्य शासन द्वारा हस्तशिल्पियों के लिए आरक्षित की गई जमीन पर पार्षद द्वारा अतिक्रमण कर अवैध निर्माण किया जा रहा था,जिसे आज प्रशासन ने ढहा दिया। गहमागहमी और हंगामे के बीच प्रशासन ने सख्ती बरतते हुए अवैध निर्माण को तोड़ा. इस दौरान कार्रवाई को रोकने पहुंचे सत्ताधारी दल के नेता और पार्षदों की प्रशासन के आगे एक भी नहीं चली। दरअसल पूरा मामला कोरबा सबरी एंपोरियम के पास का है जहां हस्तशिल्पियों के लिए भवन निर्माण और शो रूम के लिए शासन द्वारा 4800 वर्गफीट भूमि आबंटित की गई थी,जिसमें शबरी एंपोरियम बनाया गया है,शेष भूमि को शिल्पियों के सामान्य सुविधा केंद्र के लिए आरक्षित किया गया था।
जिस पर सत्ताधारी दल से जुड़े पार्षद सुखसागर निर्मलकर द्वारा 16 जलाई से अवैध निर्माण कराया जा रहा था,मामले की जानकारी होने पर नगर निगम द्वारा निर्माण ठेकेदार को नोटिस जारी किया गया था उसके बावजूद सत्ता का धौंस दिखाते हुए ठेकेदार द्वारा निर्माण कार्य बंद नहीं किया गया। जिस पर एक्शन लेते हुए नगर निगम,नायब तहसीलदार और पटवारी द्वारा संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए अवैध निर्माण को तोड़ा गया। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। कार्रवाई के दौरान अतिक्रमणकारी पार्षद द्वारा प्रशासन पर दबाव बनाने प्रयास किया गया मगर प्रशासन की सख्ती के आगे नेताओं की एक भी दाल नहीं गली।