

दुर्ग जिले के अमलेश्वर में सर्राफा व्यापारी की दिनदहाड़े हत्या और लूट के मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह सभी आरोपी बनारस से ट्रेन पकड़कर बिहार भागने की फिराक में थे, जिन्हें पुलिस ने अंधरापुर के पास घेर कर पकड़ा । पुलिस को देख कर आरोपियों ने उन पर गोलियां भी चलाई लेकिन जब उनके कारतूस खत्म हो गए तो पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया ।
अमलेश्वर के तिरंगा चौक में स्थित समृद्धि ज्वेलर्स में गुरुवार 20 अक्टूबर की दोपहर करीब 1:00 बजे दो युवक ग्राहक बनकर पहुंचे थे, जिन्होंने सर्राफा व्यापारी सुरेंद्र कुमार सोनी को जेवर दिखाने के लिए कहा । जब वे जेवर दिखाने लगे तो उनके सर को काउंटर पर पटक दिया और उन पर कई राउंड फायर कर दिया, जिससे वे लहूलुहान होकर कुर्सी में ढेर हो गए।
बाद में दोनों आरोपियों ने इत्मीनान से काउंटर और दुकान में रखे जेवरात और नगदी को लूटा और चले गए। जांच में पुलिस को पता चला कि मुख्य आरोपी समेत सभी आरोपी पहले ही रायपुर के आरंग इलाके में आ गए थे। गोली चलाने वालों में से एक आरोपी का हाथ कोहनी के नीचे से कटा हुआ था, जिसकी वजह से आरोपियों की पहचान आसान हुई।
पुलिस ने इस मामले में गया जिले के सौरभ कुमार सिंह, उत्तर प्रदेश के बामणिया निवासी अभय कुमार भारती, बिहार के छपरा निवासी आलोक कुमार यादव और मुजफ्फरपुर के रजला गांव निवासी अभिषेक कुमार झा को गिरफ्तार किया है , जिनके पास लूट की रकम 90 हज़ार रुपये और जेवरात बरामद कर लिए गए हैं।

सीसीटीवी फुटेज में दो लुटेरे नजर आ रहे थे लेकिन उनकी असल संख्या 4 थी। घटना वाले दिन अभिषेक और अभय कुमार दिल्ली से लायी कार से घटनास्थल से कुछ दूर खड़े थे। सौरभ कुमार अपनी बाइक में अपने साथी आलोक कुमार के साथ समृद्धि ज्वेलर्स पहुंचा था। इन लोगों ने छह से सात राउंड फायर किया था। जब सोनी ढेर हो गए तो यह दोनों नगदी और जेवरात लूटकर अपने साथियों के पास पहुंचे। यह सभी पहले आरंग पहुंचे। वहां बाइक को खड़ा किया फिर अभिषेक की कार में बैठकर बिहार की तरफ निकल गए। कार से सभी लोग बनारस तक पहुंचे। वहां कार खड़ी कर ट्रेन पकड़कर बिहार भागने की फिराक में थे लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया।
पुलिस के हाथ सबसे महत्वपूर्ण सुराग आरोपियों की बाइक लगी। यह बाइक सौरभ कुमार के नाम पर रजिस्टर्ड थी। वही टोल नाके पता चला कि आरोपी दिल्ली पासिंग कार से भागे हैं। इसी दौरान आरंग के ढाबा संचालक ने समाचार देखकर और कटे हाथ वाले आरोपी को पहचान कर पुलिस को बताया कि यह लोग दो नहीं बल्कि 4 थे।

इसके बाद पुलिस आरोपियों का पीछा करते हुए बनारस पहुंच गई। बताया जा रहा है कि आरोपी अभिषेक झा पेशेवर अपराधी है। वह पहले ही तीन हत्या और लूट के मामलों को अंजाम दे चुका है। एक साल पहले फरवरी माह में रायपुर में पेशी के दौरान वह भाग गया था। इन्हीं आरोपियों में से सौरभ कुमार सिंह का एक हाथ कटा हुआ है, जो आलोक के साथ दुकान में घुसा था। सीसीटीवी फुटेज में कटे हाथ वाले आरोपी की वजह से ही ढाबा संचालक ने उसे पहचान लिया। यह घटना लूट की है या फिर सुपारी किलिंग की, पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है।
