
यूनुस मेमन

बिलासपुर में दुर्गा विसर्जन के दौरान दो समितियों के बीच हुये बलवे के मामले में तीन और फरार आरोपियों को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। 7 अक्टूबर दुर्गा विसर्जन के दौरान तड़के सिम्स चौराहे के पास मां आदर्श दुर्गा उत्सव समिति रपटा चौक और कुदुदंड शिव दुर्गा उत्सव समिति के बीच पहले झांकी ले जाने के विवाद ने सुबह होते तक विकट रूप ले लिया। सुबह करीब 6:00 बजे करोना चौक के पास लाठी-डंडे और पत्थर से जमकर तोड़फोड़ की गई । एक दूसरे को चोट भी पहुंचाई गई । इस मामले में पुलिस ने 19 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। मामले में मुख्य आरोपी नवीन तिवारी, मनीष वर्मा और पंकज कुमार फरार थे, जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

हालांकि इससे पहले गिरफ्तार आरोपियों को जमानत मिल गई है और सभी आरोपियों ने समझौता कर लिया है। मामले में जिन 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया था उनमें से एक व्यक्ति को सोमवार को ही जमानत मिल गई थी। शेष 18 लोगों को मंगलवार को जमानत मिल गई। इसमें चांटीडीह दुर्गोत्सव पक्ष के 13 और कुदुदंड दुर्गा उत्सव समिति के 6 लोग शामिल है। मंगलवार रात 6 लोगों को छोड़ा गया । बुधवार को अन्य लोगों को भी छोड़ दिया गया है। दोनों पक्षों के प्रार्थी और घायलों ने इस मामले में कोर्ट को लिख कर दिया है कि उनके साथ आरोपियों ने मारपीट नहीं की और घटना में भी मौजूद नहीं थे। उनके जमानत पर भी किसी ने एतराज नहीं जताया। ऐसे में जाहिर है कि अब पकड़े गए तीन लोग भी जल्द ही छूट जाएंगे क्योंकि प्रार्थीयों ने उनके बारे में भी यह कहा है कि वे इस मामले में शामिल नहीं थे।
