
आकाश मिश्रा

आमतौर पर सभ्य समाज से विकलांग और सरफिरे से दया की उम्मीद की जाती है, लेकिन कई मर्तबा आतंकी सोच से पोषित ऐसे तत्व आम लोगों के लिए खतरा बन जाते हैं। ऐसा ही शनिवार को हुआ जब अचानक एक सरफिरा तार बाहर स्थित सुरुचि भोजनालय के सामने खड़ा होकर अचानक भोजनालय पर पत्थर बरसाने लगा। इस वजह से ना केवल सुरुचि भोजनालय के गेट में लगा कांच टूट गया बल्कि भोजनालय में बैठकर भोजन कर रहे लोगों को भी पत्थर लगे। सरफिरा यहीं नहीं रुका वह गाली गलौज भी करने लगा। तंग आकर सुरुचि भोजनालय द्वारा 112 को इसकी सूचना दी गई। उन्मादी पुलिस पर भी भारी पड़ने लगा। जब उसे पकड़ कर थाने लाया गया तो मोहम्मद आलम नाम का नूतन चौक सरकंडा निवासी पुलिस के भी काबू में नहीं आता दिखा, जब पुलिस ने उससे पूछताछ करने की कोशिश की तो उसने पुलिस से जरा भी सहयोग नहीं किया और कोई जानकारी नहीं दी।

भोजनालय पर पत्थरबाजी करने और लोगों को चोट पहुंचाने के मामले में उसके खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है, तो वहीं शहर में एक पक्ष ऐसा भी है जो इस सरफिरे की वकालत करता नजर आ रहा है। इधर सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल होने के बाद सरफिरे के पक्ष में भी कुछ लोगों के उतर जाने के बाद पुलिस ने दोनों पक्षों के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही की बात कही है।