बिलासपुर मंडल में लगातार यात्री ट्रेनों को रद्द किए जाने के विरोध में नागरिक सुरक्षा मंच ने रेलवे जोन कार्यालय का किया घेराव, 1 सप्ताह का दिया अल्टीमेटम , अन्यथा रेल रोकने की दी चेतावनी

आलोक

सभी पावर प्लांट में कोयला संकट की वजह से बिलासपुर रेल मंडल में यात्री ट्रेनों को रोक कर कोयला बैगन को वरीयता दी जा रही है, जिस वजह से यहां बार-बार यात्री ट्रेनों का परिचालन स्थगित किया जा रहा है । वर्तमान में भी 58 ट्रेनें 29 सितंबर तक के लिए बंद है , जिसे लेकर स्थानीय नागरिकों और जनप्रतिनिधियों का गुस्सा फूट पड़ा। इसी मुद्दे पर बुधवार को नागरिक सुरक्षा मंच के बैनर तले स्थानीय नागरिकों ने रेलवे जीएम ऑफिस का घेराव किया। कोरोना काल से ही अधिकांश ट्रेनें बंद है, लेकिन उसके बाद कभी भी पहले की भांति यात्री ट्रेनें सुचारू नहीं हो पाई। आरोप है कि ऐसा सिर्फ देश के सबसे कमाऊ पूत बिलासपुर मंडल के साथ ही किया जा रहा है ।

इसे छत्तीसगढ़ की जनता के साथ अन्याय बताते हुए नागरिक सुरक्षा मंच ने जोन कार्यालय के समक्ष जमकर नारेबाजी की। इसके लिए केंद्र सरकार को दोषी ठहराया। नागरिक सुरक्षा मंच के धरना प्रदर्शन के मद्देनजर जोन कार्यालय के गेट बंद कर दिए गए थे। करीब 1 घंटे तक यहां आंदोलनकारी नारेबाजी करते रहे, जिसके बाद एक प्रतिनिधिमंडल ने रेल अधिकारियों से मुलाकात की और उन्हें एक सप्ताह का अल्टीमेटम देते हुए सभी यात्री ट्रेनें बहाल करने को कहा। प्रतिनिधिमंडल में शामिल अभयनारायण राय , अमित तिवारी ने कहा कि आने वाले उत्सव के दौरान लोग ट्रेनों से घर आएंगे -जाएंगे। ऐसे में अगर ट्रेनें पूर्व की भांति संचालित नहीं हुई तो लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ेगा। रेलवे अधिकारियों को चेतावनी देते हुए 1 सप्ताह का अल्टीमेटम दिया गया। साथ ही चेतावनी दी गई कि अगर 1 सप्ताह के भीतर यात्री ट्रेनें बहाल ना हुई तो फिर बिलासपुर में भी रेल रोको आंदोलन किया जाएगा।

बताया जा रहा है कि रेलवे अधिकारियों ने अपनी बाध्यता जाहिर करते हुए जल्द ही ट्रेनें बहाल करने का भरोसा दिलाया है । इधर रेलवे अधिकारी कह रहे हैं कि ऊर्जा संयंत्रों के लिए कोयले की निर्बाध आपूर्ति भी आवश्यक है और इसकी जिम्मेदारी दक्षिण पूर्व मध्य रेल मंडल की है । इसी वजह से यहां के लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही स्थिति सामान्य हो जाएगी।

इधर इसी बीच चंदिया रोड में स्टॉपेज नही देने पर वहां  के लोगो ने ट्रैक पर बैठ कर रेल रोक दिया जिसके बाद,रेलवे ने उन्हें  आश्वस्त किया है, रेलवे बोर्ड से इस बारे में चर्चा करने की बात कही जा रही है। वही 24 सितंबर को जैतहरी में भी  इसी तरह  का प्रदर्शन किया जाएगा।

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