मुंगेली के कार्यकर्ता सम्मेलन में भी स्थानीय कार्यकर्ताओं की नाराजगी का सामना करना पड़ा पीसीसी अध्यक्ष और प्रदेश प्रभारी को, हारी हुई सीटों पर अलग रणनीति के तहत चुनाव लड़ने पर चर्चा , इधर नगर पालिका अध्यक्ष की डिनर पॉलिटिक्स सब पर भारी

आकाश दत्त मिश्रा

2018 में उम्मीद से बड़ी कामयाबी मिलने के बाद भी कांग्रेस 2023 के विधानसभा चुनाव के लिए उन सीटों पर पूरा जोर लगा रही है, जहां उन्हें हार मिली थी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा पिछले दिनों संगठन के पदाधिकारियों को सीएम हाउस बुलाकर इसी मुद्दे पर चर्चा की गई थी। अब सभी विधानसभाओं के उन सीटों का दौरा किया जा रहा है जहां कांग्रेस हारी थी। इसके लिए बिलासपुर पहुंचे प्रदेश प्रभारी पी एल पुनिया, पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम, मंत्री शिव डहरिया और प्रदेश के प्रभारी सचिव सप्तगिरि उल्का शाम को मुंगेली पहुंचे।
मुंगेली में कांग्रेस नेताओं का अभूतपूर्व स्वागत किया गया। बरेला से ही कार्यकर्ताओं का उत्साह नजर आने लगा था, जिस में बारिश भी खलल नहीं पैदा कर सकी। बरेला, गीधा, करही, बिलासपुर रोड, दाऊ पारा में आतिशी स्वागत के बाद सभी नेता श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्टेडियम पहुंचे, जहां कार्यकर्ताओं के साथ मंत्रणा की गई।
मुंगेली जिला भी कांग्रेस के लिए अबूझ पहेली है। 2008 से यहां कांग्रेस को जीत नहीं मिली है। मुंगेली जिले के दोनों विधानसभा सीट लोरमी और मुंगेली में गैर कांग्रेसी विधायक है, इसलिए आगामी चुनाव में इन सीटों के लिए अलग रणनीति के तहत कार्य किया जा रहा है। इसी मुद्दे पर स्थानीय कार्यकर्ताओं से फीडबैक लिया गया। पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि बूथ कमेटी और कार्यकर्ताओं को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा जो सरकार की उपलब्धि और नीतियों को जनता तक पहुंचाएंगे। उन्होंने माना कि हर विधानसभा में अलग परिस्थितियां हैं , इसलिए अलग-अलग विधानसभाओं के लिए अलग रणनीति अपनाई जा रही है। मुंगेली में चुनौती बड़ी है इसलिए कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी भी बड़ी है ।


पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए मोहन मरकाम ने कहा कि मुमकिन है कि प्रत्याशी चयन में देरी की वजह से भी प्रत्याशी को अधिक तैयारी का वक्त नहीं मिल पाता, इसलिए 2023 में पहले से ही दावेदारों के नाम तय कर उन्हें तैयार रहने कहा जाएगा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने स्थानीय संगठन में बदलाव से इनकार नहीं किया। बिलासपुर की तरह मुंगेली में उन्हें में भी उन्हें कार्यकर्ताओं के गुस्से का सामना करना पड़ा। कार्यकर्ताओं ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होने के बावजूद उनकी कही सुनी नहीं जाती। महत्वपूर्ण पदों से कांग्रेसी कार्यकर्ता वंचित है। बावजूद इसके प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने न सिर्फ मुंगेली बल्कि एक बार फिर से प्रदेश पर फतेह हासिल करने का दावा किया।
डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्टेडियम सभागार में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक के पश्चात खास अतिथि मुंगेली नगर पालिका अध्यक्ष हेमेंद्र गोस्वामी के शिक्षक नगर स्थित वाइट हाउस पहुंचे, जहां डिनर पॉलिटिक्स के बाद उन्होंने पत्रकारों से बातचीत की। बताया जा रहा है कि मुंगेली नगर पालिका अध्यक्ष लोकसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं , जिसकी वे तैयारी कर रहे हैं । प्रदेश प्रभारी और पीसीसी अध्यक्ष को अपने निवास पर बुलाकर उन्होंने अपनी ताकत दर्शाने के अलावा विरोधियों को संदेश भी दे दिया है।

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