
यूनुस मेमन

मूलतः फास्टरपुर के रैतराकला जिला मुंगेली में रहने वाला 26 वर्षीय राजेश चंद्राकर बिलासपुर सदर बाजार जगदंबा ज्वेलर्स के पीछे किराए का मकान लेकर रहता था। वही रहने वाली एक युवती से उसका प्रेम संबंध स्थापित हो गया। युवक ने भविष्य में उसी के साथ विवाह करने का वादा किया। रिलेशन में रहने के दौरान दोनों के बीच लगातार शारीरिक संबंध बनते रहे। युवती ने जब राजेंद्र को विवाह करने की बात कही तो उसने बताया कि उसकी बहन की शादी होते ही वह अपनी माशूका के साथ विवाह करबलेगा। ऐसा कर वह अपनी प्रेमिका को टालता रहा लेकिन फिर उसका मन भर गया और उसने अपनी उसी प्रेमिका को गैर समाज की और खुद से नीच जाति का बताकर विवाह करने से इंकार कर दिया। जिसके बाद युवती ने राजेश चंद्राकर के खिलाफ कोतवाली थाने में बलात्कार का मामला दर्ज करा दिया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एसटी एससी एक्ट भी लगाया। मामला दर्ज होते ही राजेश चंद्राकर गायब हो गया। कोतवाली पुलिस उसकी तलाश कर रही थी, जिसे मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपी राजेश अपने गृह ग्राम रैतराकला थाना फास्टरपुर मुंगेली में छुपा हुआ है, जिसके बाद एक टीम ने मौके पर पहुंचकर राजेश चंद्राकर को गिरफ्तार कर लिया। इस कार्यवाही में निरीक्षक भारती मरकाम के अलावा सीता साहू विजय राठोर प्रियंका सिंह की विशेष भूमिका रही।