
यूनुस मेमन

फर्जी दस्तावेज तैयार कर जमीन अपने नाम करने की साजिश करने वाले एक और आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में पहले ही तीन आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। अब सरकंडा पुलिस ने टिकरापारा मन्नू चौक निवासी प्रशांत गुलहरे को भी मामले में गिरफ्तार किया है। इससे पहले इसी मामले में सुशांत गुलहरे, किरण गुलहरे और स्वाति गुप्ता गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
मनीषा देशपांडे के परिवार की संयुक्त खाते की भूमि मोपका में स्थित है। प्रशांत गुलहरे ने अपने पिता घनश्याम गुलहरे के नाम पर जिला पंजीयन कार्यालय के अधिकारी एवं कर्मचारियों से सांठगांठ कर कूटरचना करते हुए उस जमीन का बिक्री पत्र बनवा लिया, जिसमें मनीषा देशपांडे के दादा जी स्वर्गीय पुरुषोत्तम राव दिघरेस्कर द्वारा जमीन को घनश्याम गुलहरे को 26 मार्च 1962 में बेचना बताया गया। जबकि उनके पास इस बिक्री पत्र की मूल प्रति नहीं है । सारे दस्तावेज कूट रचना कर तैयार किए गए थे। इस मामले में सरकंडा थाने में एफ आई आर दर्ज किया गया था। मामला सही पाने पाए जाने पर 3 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई थी जबकि प्रशांत गुलहरे फरार था । मुखबिर की सूचना पर बुधवार को प्रशांत गुलहरे को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी सरकंडा उत्तम साहू उप निरीक्षक मनोज पटेल बीआर सिन्हा सहायक उप निरीक्षक दिनेश तिवारी आरक्षक अजय जयसवाल इंदिरावन सिंह की विशेष भूमिका रही।
