प्रदेश में भूपेश बघेल सरकार की महत्वकांक्षी योजना “नरवा, गरूआ,घुरवा, बाड़ी” के अंतर्गत गौठानों का निर्माण किया गया है जिसमें एक – एक गौठान में लाखो रुपए खर्च किया गया है उद्देश्य यह है कि गांव के मवेशी बाहर खुले में इधर उधर भटकने के बजाय गौठान में सुरक्षित रहें।गौठनों में मवेशियों के लिए चारा की व्यवस्था की जाती है ।गौठान की व्यवस्था को लेकर सरकार और विपक्ष के अपने अपने दावे हैं एक ओर सरकार और उनके विधायक गौठनों के सुचारू संचालन के दावे करते हैं वहीं विपक्ष इस योजना में जमकर धांधली का आरोप लगाते रहते हैं।बात हाल फिलहाल की है जब एक टीवी डिबेट में कांग्रेस विधायक शिशुपाल शोरी और भाजपा विधायक रजनीश सिंह आपस में उलझ गए एक और कांग्रेस विधायक शिशुपाल शोरी ने गौठान और स्वामी आत्मानंद स्कूल की जमकर तारीफ करते हुए अपनी सरकार की पीठ थपथपाई वहीं भाजपा विधायक रजनीश सिंह ने ग्राउंड में बिना पूर्व सूचना के गौठान और आत्मानंद स्कूल दिखाने की बात कही।कांग्रेस विधायक ने उन्हें गौठान देखने के लिए आमंत्रित किया अब क्या था भाजपा विधायक रजनीश सिंह ग्राउंड में गौठानों की स्थिति जानने पहुंच गए कोरबा जिले के रामपुर विधान सभा के केरवां पंचायत जहां की हालत देखर भाजपा विधायक के दावे पुख्ता होने लगे।
विधायक जब गौठान में पहुंचे तब गौठान में एक भी मवेशी नही था न ही मवेशियों के खुर के निशान मतलब साफ था कि इस गौठान में कोई मवेशी आया ही नहीं।कहते हैं जानवर जहां जाते हैं अपने पैरों के निशान छोड़ जाते हैं और इसी के सहारे पशु प्रेमी जानवरों को ट्रैक करते हैं किंतु इस गौठान में तो कोई निशान ही नही वैसे भी बारिश का मौसम है यदि जानवर आएंगे तो खुर के निशान तो होगा ही।
गौठान निरीक्षण के दौरान भाजपा विधायक द्वारा वीडियोग्राफी भी की गई है जिसे सोशल मीडिया में उन्होंने पोस्ट भी किया है।
भाजपा विधायक रजनीश सिंह के अनुसार प्रदेश में गौठान कागजों में संचालित हो रहे हैं और सरकार आंकड़ों का मीना बाजार दिखाकर अपनी पीठ थपथपा रही है।