नक्सलवाद और बिजली बिल में बढ़ोतरी के मामले में पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने सरकार पर किए हमले

पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने, नक्सलवाद और बिजली के मुद्दे पर राज्य सरकार पर निशाना साधा है। कौशिक ने कहा कि कांग्रेस सरकार आने के बाद प्रदेश में नक्सलियों के खिलाफ अभियान समाप्त हो गया है। सरकार केवल झूठी वाहवाही और पीठ थपथपाने में लगी है। आज भी जन अदालत लग रहे हैं, उपकरण जलाए जा रहे हैं, निर्माण कार्य में लगे लोग अगवा किए जा रहे हैं। यही नहीं जो आंकड़े हैं बल्कि पहले की तुलना में ज्यादा सिविलियन मारे जा रहे हैं। इन आंकड़ों से साफ है सरकार ने नक्सलियों के सामने घुटने टेक दिए हैं। सरकार को झूठी वाहवाही लूटने के बजाय वास्तव में नक्सल विरोधी गतिविधियों को कैसे समाप्त किया जाए इसका आकलन करना चाहिए। आगे कौशिक ने बिजली की दरों में बढ़ोतरी को लेकर कहा कि, कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आने से पहले बिजली बिल हाफ करने का दावा और वायदा किया था। सत्ता में आने के बाद प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने अब तक चार बार बिजली की दरों में बढ़ोतरी की है। 5 महीना पहले ही बिजली की दरों में 12 से 15 पैसे प्रति यूनिट की दर से बिजली की दरों में वृद्धि की थी। और एक बार फिर बिजली की दरों में 30 पैसे प्रति यूनिट की दर से बिजली की दरों में वृद्धि करके प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने यह साबित कर दिया है कि उन्हें प्रदेश की जनता के हितों की जरा भी चिंता नहीं है। कौशिक ने कहा कि, हमेशा महंगाई का रोना रोने वाली प्रदेश की कांग्रेस सरकार प्रदेश की जनता को बताएं कि बिजली की दर में बढ़ोतरी क्यों किया गया है? उन्होंने कहा कि पिछले 5 माह में बिजली की दरों में 40% तक की वृद्धि की गई है। बिजली के दरो में वृद्धि का सबसे अधिक भार गरीब जनता पर पड़ेगा। कौशिक ने आशंका जताते हुए कहा कि कहीं बिजली की दरों में वृद्धि का कारण हिमाचल प्रदेश में होने वाला विधानसभा चुनाव तो नहीं है। देश के अन्य राज्यों में जब-जब भी चुनाव होता है तब तब कभी सीमेंट के दामों में वृद्धि होती है तो कभी बिजली की दरों में वृद्धि की जाती है। इससे मिलने वाला अतिरिक्त पैसा प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कांग्रेस के मिस्टर एटीएम बन कर चुनावी राज्यों में इन पैसों को खर्च करते हैं। भूपेश बघेल गजब के कलाकार है। जो वादा बिजली बिल हाफ का करते हैं और अब जनता की आखों मे धुल झोंक कर जनता की जेबें साफ कर रहें है।

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