पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गी अटल बिहारी वाजपेई जी की जन्म जयंती सुशासन दिवस के रूप में भाजपा कार्यकर्ता पदाधिकारी के द्वारा मंडलों में संगोष्ठी एवं उनके तैल्य चित्र पर पुष्पांजलि कर जन्म जयंती दिवस उनकी संस्मरणों को याद करते हुए मनाया गया।
भारतीय जनता पार्टी दक्षिण मंडल के संगठन प्रभारी पूर्व एल्डरमैन मनीष अग्रवाल ने जन्म जयंती दिवस पर अटल जी के जीवनी को याद करते हुए कहा कि भारत माता के महान सपूत राजनीति के अजादशत्रु अटल जी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को ग्वालियर के रहवासी शिक्षक पिता कृष्ण बिहारी जी और माता कृष्णा देवी जी के घर हुआ, स्नातक और कानपुर से राजनीति विज्ञान शिक्षा के बाद अटल जी ने स्वयं का जीवन राष्ट्र सेवा को समर्पित कर दिया, जन्म शताब्दी वर्ष में देश उनके सुशासन और ऐतिहासिक योगदान के लिए अटल जी को विशेष रूप से स्मरण कर रहा, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई जी जनसंघ के समय से पौधा जगाया जो आज एक विशाल वृक्ष के रूप में हम सब देख रहे हैं ,अटल जी का जो त्याग तपस्या बलिदान का स्थान ना कोई लिया है और ना कोई ले पाएगा, स्वर्गीय अटल जी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी दूरदर्शि नेता कवि संपादक महान विचारक बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे, उनकी लिखी कविताएं उनके भाषण में आज भी सबके हृदय में विद्यमान है, कूच से नहीं डरे उन जैसे व्यक्तित्व को किसी से डर लगता भी नहीं था वह यह भी कहते थे जीवन बंजारों का डेरा आज यहां कल कहां कुच है कौन जानता किधर सवेरा।
21वीं सदी को भारत की सदी बनाने के लिए अटल जी की एनडीए सरकार ने जो कदम उठाए उसमें देश को एक नई दिशा और नई गति थी 1998 के जिस काल में उन्होंने प्रधानमंत्री पद संभाला उस दौर में पूरा देश राजनीतिक अस्थिरता से घिरा था 9 साल में देश ने चार बार लोकसभा चुनाव देखें लोगों को शंका थी कि ये सरकार भी उनकी उम्मीदों को पूरा नहीं कर पाएगी ऐसे समय में एक सामान्य परिवार से आने वाले अटल जी ने देश को स्थिरता और सुशासन का मॉडल दिया भारत को नव विकास की गारंटी दी, स्वर्गीय अटल जी एक ऐसे नेता थे जिनका प्रभाव भी आज तक अटल है वह भविष्य के भारत के परिकल्पना पुरुष थे, सरकारी आएंगी जाएंगी पटिया बनेगी बिगड़े की मगर यह देश रहना चाहिए आज भी यह यह कविता यह वाक्य राजनीतिक दलों के दिलों में चिरायु है स्वर्गीय अटल जी लोकतंत्र को मजबूत करने हेतु अटल जी की सरकार में अनेक ऐसे भविष्य के भारत के लिए एनडीए की सरकार में टेक्नोलॉजी को लाया जो आज वर्तमान युग में देशवासियों के लिए समर्पित रहा 11 मई 1998 को पोखरण परमाणु परीक्षण से भारत को परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्रों की सूची में शामिल करना जय जवान जय किसान जय विज्ञान का नारा अटल जी ने दिया, प्रधानमंत्री सड़क योजना, किसान क्रेडिट कार्ड पेय जल एवं उन्नत कृषि हेतु सिंचाई हो नदियों को जोड़ना स्वर्गीय अटल जी की सरकार की ऐसी अनेक उपलब्धियां है जो आज करने मोदी जी की सरकार एक भारत अखंड भारत की ओर देश को अग्रसर कर रहे,अटल जी की 100 जयंती पर भारत में सुशासन के एक राष्ट्र पुरुष की जयंती है हम कार्यकर्ता इस अवसर पर उनके सपनों को साकार करने के लिए एक ऐसे भारत का निर्माण माननीय मोदी जी के नेतृत्व में हो रहा है जो सुशासन एकता और गति के अटल सिद्धांतों का प्रतीक है, हम सभी कार्यकर्ता भारतीय जनता पार्टी के महापुरुषों के आदर्शों पर चलकर आज जिस मुकाम पर पहुंचे हैं , आने वाली भावी पीढ़ी के लिए जनसंघ से भाजपा का सफर उस कार्यकाल के नेताओं के दिखाए गए मार्ग में चलकर भाजपा संगठन कार्यकर्ता अपने कर्तव्य और दायित्वों का निर्वहन करते आदर्श को आत्मसात् के साथ अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं,।
भाजपा दक्षिण मंडल अध्यक्ष शैलेंद्र यादव ने अपने वक्तव्य में कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी की सरकार में लोक कल्याण के लिए किया जाने वाला शासन
उनकी सरकार ने लोक कल्याण के लिए सुशासन की दिशा में सतत कार्य किए शासन में ‘सुशासन’ का भाव भारत की संस्कृति की विशिष्टता है. सुशासन, अर्थात लोक मंगल की कामना से किया जाने वाला शासन. भगवान श्रीराम के रामराज्य के आदर्श शासन से प्रेरणा लेकर हर युग में सुशासन के अनेक उदाहरण रहे हैं।
जयंती कार्यक्रम में मुख्य रूप से मनीष अग्रवाल शैलेंद्र यादव अमित तिवारी जुगल अग्रवाल नारायण गोस्वामी श्रीमती शोभा कश्यप चंदन गोस्वामी मोनू रजक ,साहिल कश्यप संजय गुप्ता विकास शुक्ला ,रीना गोस्वामी, दीपशिखा यादव सरिता कॉमेडी, मीनाक्षी बोरमारडे ,ज्योति मिश्रा ,किशोर यादव नारायण कुर्रे शिव पटेल वीरेंद्र यादव किशोर शुक्ला अमित बजाज दीपक सोनवानी बबलू वर्मा रवि वर्मा घुर्व कोरी ,विकास शुक्ला संजय पाठक अनिरुद्ध त्रिपाठी मनोज तिवारी ,विपुल यादव शुभम यादव ,सनी यादव, राम कुमारी केसरवानी ,अनुराधा मेश्राम ,लक्ष्मी विश्वकर्मा, सुजीत केसरवानी सहित बड़ी संख्या में मंडल के कार्यकर्ता पदाधिकारी जयंती संगोष्ठी कार्यक्रम में उपस्थित होकर स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई जी को अपने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके दिखाए हुए आदर्श एवं मार्गों पर चलने का संकल्प लिया।।