
आकाश मिश्रा

मुंगेली दाऊ पारा, हीरालाल वार्ड निवासी दुबे परिवार की 12 वर्षीय भूरी के घर के पास गणपति का पंडाल था जिस पर शाम की तैयारियों को लेकर समिति के सदस्य कुछ कुछ काम कर रहे थे इसी बीच पंडाल में लगे तार में खुले तार में करंट का प्रवाह जारी था जिसकी चपेट में आने से 12 वर्षीय मासूम भूरी ने मौके पर ही दम तोड़ दिया आपाधापी में लोगों ने उसे नजदीक के निजी अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित किया इस घटना के साथ ही पूरे क्षेत्र में मातम छा गया और गणेश उत्सव का कार्यक्रम मायूसी और उदासी में बदल गया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पंडाल में पहले से ही करंट का प्रवाह होने की शिकायतें आ रही थी जिस पर विस्तार के माध्यम से करंट आ रहा था उसे किसी युवक ने अलग कर दिया था लेकिन आवश्यकता पड़ने पर किसी अन्य युवक ने उसे वापस जोड़ दिया था जिस वजह से पंडाल में करंट का प्रवाह था जिसका शिकार मासूम 12 वर्षीय भूरी हो गई, बच्चे को जन्म देना और पाल पोस कर बड़ा करना इस पूरे जीवन का सबसे कठिन काम माना जाता है, जिसे एक व्यक्ति की लापरवाही ने एक झटके में तबाह कर दिया वो लापरवाह शख्स जो कोई भी होगा इसका तो पता नही लेकिन भुरी की मौत का कोई तो ज़िम्मेदार जरूर है।